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बंगाल चुनाव से पहले आया ओपिनियन पोल, भाजपा और TMC में कड़ी टक्कर, भाजपा को मिल रही है इतनी सीटें

BJP TMC

नई दिल्ली। इस साल पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा के चुनाव होने वाले है। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन बंगाल में सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सत्ता बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के बढ़ते जनाधार ने दीदी की मुश्किलें बढ़ा दी है। भाजपा भी राज्य में अपना कमल खिलाने के हर दाव आजमा रही है। बता दें कि हाल ही में ममता बनर्जी के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी समेत कई टीएमसी नेताओं उनका साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए है। इस बीच चुनाव कार्यक्रम से पहले सी-वोटर का सर्वे सामने आया है, जिससे ममता बनर्जी की टेंशन बढ़ सकती है।

दरअसल बंगाल में चुनाव से पहले जनता का मूड जानने के लिए सी-वोटर ने सर्वे किया है। सर्वे के जरिए ये जानने की कोशिश की गई है कि आखिर जनता की पहली पसंद कौन है और जनता किसे सत्ता पर कब्ज करवाना चाहती है। लेकिन सी-वोटर के सर्वे में इस बार बंगाल चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। हालांकि सर्वे के मुताबिक राज्य में एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार वापसी कर सकती है, लेकिन भाजपा को लाभ हो सकता है।

सी वोटर के सर्वे में ममता बनर्जी की पार्टी को बड़ा नुकसान होता दिखा रहा है। सी वोटर के सर्वे के अनुसार वोट शेयर में ममता की पार्टी टीएमसी को करीब 2 फीसदी वोट और 53 सीटों के नुकसान का हो सकता है। वहीं सी वोटर के मुताबिक टीएमसी को 43 फीसदी वोट शेयर के साथ पिछले चुनाव की 211 के मुकाबले इसबार 158 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि भाजपा पिछले चुनाव के 10.2 फीसदी की तुलना में 37.5 फीसदी वोट शेयर के साथ 3 के मुकाबले लंबी छलांग लगाकर 102 सीटें जीत सकती है। इसके अलावा वाम दलों और कांग्रेस को भारी को भी भारी नुकसान का अनुमान जताया गया है। राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा के सभी क्षेत्रों में 18,000 से अधिक लोगों पर किए गए सी-वोटर सर्वेक्षण के नतीजों में यह आंकड़े सामने आए हैं।

सर्वे में शामिल 48.8 प्रतिशत लोग ममता बनर्जी (दीदी) को फिर से मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाह रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख दिलीप घोष को 18.7 प्रतिशत लोगों ने अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गागुली, जिन्होंने अभी तक अपने राजनीतिक करियर की घोषणा भी नहीं की है, उन्हें तीसरे नंबर पर राज्य में शीर्ष पद के लिए पंसद किया गया है। सर्वेक्षण में शामिल 13.4 प्रतिशत लोग गांगुली को सबसे उपयुक्त मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देख रहे हैं।

बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती दिखाई दे रही है।

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