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तो इस वजह से BJP ने बंगाल में अपने 4 सांसदों को दे दिया विधानसभा का टिकट, समझिए भाजपा का मास्टर स्ट्रोक

West Bengal: भाजपा लगातार ममता के करीबियों से लेकर अभिनेताओं को पार्टी में शामिल करवा रही है। इसके साथ ही भाजपा ने बंगाल चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। यही कारण है कि इस बार बंगाल चुनाव में भाजपा ने ममता बनर्जी के खिलाफ बड़ा दांव खेला है। दरअसल पार्टी ने इस बार बंगाल के रण में तीन लोकसभा सांसदों और एक राज्यसभा सांसद को मैदान में उतारा है।

babul supriyo with PM modi

नई दिल्ली। रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पश्चिम बंगाल चुनाव (West Bengal Election) के तीसरे और चौथे चरण के लिए अपने 63 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। बंगाल में ममता बनर्जी को मात देने के लिए भाजपा को कोई कसर नहीं छोड़ रही है। भाजपा लगातार ममता के करीबियों से लेकर अभिनेताओं को पार्टी में शामिल करवा रही है। इसके साथ ही भाजपा ने बंगाल चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। यही कारण है कि इस बार बंगाल चुनाव में भाजपा ने ममता बनर्जी के खिलाफ बड़ा दांव खेला है। दरअसल पार्टी ने इस बार बंगाल के रण में तीन लोकसभा सांसदों और एक राज्यसभा सांसद को मैदान में उतारा है।

भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने रविवार को मीडियो को संबोधित करते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। सुप्रियो को टॉलीगंज से टिकट दिया गया है। वहीं सांसद लॉकेट चटर्जी चुरचुरा से चुनाव लड़ेंगी। दिनहाटा सीट से भाजपा सांसद निशीथ प्रमाणिक को चुनावी रण में उतारा है। जबकि भाजपा के राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता तारकेश्वर सीट से चुनाव लड़ेंगे। खास बात ये भी है कि भाजपा की लिस्ट में कई सांसद, एक्टर-एक्ट्रेस और जाने पहचाने नाम हैं।

सबसे पहले बात करते है बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) की। बाबुल सुप्रिया मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और असनसोल से भाजपा सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें टॉलीगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। टॉलीगज विधानसभा क्षेत्र दक्षिण 24 परगना जिला और जादवपुर संसदीय क्षेत्र के तहत आता है। यह तृणमूल कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है। पिछले तीन चुनाव से लगातार पार्टी यहां से जीत हासिल करती आ रही है। ममता के करीबी नेताओं में माने जाने वाले अरूप विश्वास टॉलीगंज सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और चौथी बार जीत की उम्मीद लेकर मैदान में हैं। लेफ्ट और टीएमसी के बीच अभी तक यहां की चुनावी जंग होती रही हैं, लेकिन इस बार भाजपा ने यहां से बाबुल सुप्रियो को उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।

बता दें कि टॉलीगंज विधानसभा का इलाका बंगाली फिल्म उद्योग का केंद्र माना जाता है और अब तक यह सीट टीएमसी के लिए सेफ रही है। यही वजह रही कि भाजपा ने सांसद बाबुल सुप्रियो को यहां से उम्मीदवार बनाकर इस सीट को भी हाई प्रोफाइल और कड़े मुकाबले का रणक्षेत्र बना दिया है, क्योंकि वो मशहूर गायक हैं और बंगला फिल्म क्षेत्र से भी जुड़े रहे हैं।

इसके बाद बात करते है बंगाली अभिनेत्री और कमरहाटी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी की। पार्टी ने लॉकेट चटर्जी को उनके ही संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली चुंचुड़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। यहां लॉकेट चटर्जी का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा विधायक असित मजूमदार (तपन) से है। लॉकेट चटर्जी को सासंद होते हुए विधानसभा चुनाव में टिकट देकर प्रत्याशी बनाने का दांव भाजपा की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। लॉकेट चटर्जी की छवि तेज तर्रार महिला नेता की है और साल 2019 में इसी इलाके से जीतकर सांसद पहुंची हैं। ऐसे में भाजपा का उनको विधानसभा में उतारना ममता के सामने एक विकल्प पेश करने की रणनीति भी मानी जा रही है।

इसके अलावा कूचबिहार से भाजपा के सांसद निसिथ प्रामाणिक को पार्टी ने दिनहाटा विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। दिनहाटा विधानसभा सीट निसिथ प्रामाणिक के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है और पश्चिम बंगाल की काफी अहम सीट मानी जाती है। एक दौर में यह ऑल इण्डिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गढ़ माना जाता था, लेकिन 2006 में टीएमसी ने यह सीट छीन ली थी। और तब से इस पर टीएमसी की ही कब्जा है।

भाजपा ने ममता गढ़ में चुनौती देने के लिए अपने राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता (Swapan Sasgupta) को बंगाल की तारकेश्वर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। यह सीट  साल 2011 के बाद से तृणमूल कांग्रेस के लिए काफी अहम और मजबूत मानी जाती है। यहा से रचापाल सिंह साल 2011 से लगातार विधायक हैं और इस बार वह हैट्रिक लगाने की तैयारी से चुनावी रण में उतरेगे। वहीं, भाजपा से स्वपन दासगुप्ता पहली बार चुनावी राजनीति में किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं और पार्टी के काफी महत्वपूर्ण नेता माने जाते हैं।

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