नई दिल्ली। अपने शुरुआती कार्यकाल से ही मोदी सरकार ने देश में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के लिए कई बड़े फैसले लिए है। इसी का नतीजा है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत हुई। इस योजना को पीएम जय यानी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि केंद्र सरकार की इस योजना से देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने का लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना का लाभ करोड़ों परिवार उठा रहे हैं। अगर आप इस योजना का लाभ पाने से वंचित हैं तो यहां हम आपको जानकारी दे रहे हैं कि किस तरह से आप भी आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। गौरतलब है कि इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा ऑफिशियल वेबसाइट बनाई गई है, जहां आप अपनी पात्रता के हिसाब से जांच कर सकते हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर पर भी जाकर आप अपनी पात्रता जांच सकते हैं। मालूम हो कि गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को इसमें जगह मिलेगी। और इसका आधार साल 2011 की जनगणना तय की गई है। इस योजना में आप अपना नाम Mera.pm.jay.gov.in पर चेक कर सकते हैं। इस वेबसाइट पर होम पेज पर मोबाइल नंबर डालने पर ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने पर पता चल जाएगा कि आपका नाम है या नहीं। इसके अलावा आप 14555 पर कॉल कर भी ये जानकारी ले सकते हैं।
सरकारी अस्पताल से मुफ्त बनवा सकते हैं
इसको लेकर आयुष्मान भारत योजना के तहत अगर पात्रता साबित हो जाती है तो आपको अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड आप कॉमन सर्विस सेंटर या नजदीकी सरकारी अस्पताल से मुफ्त बनवा सकते हैं। वहीं अगर आप जनसेवा केंद्र पर जाते हैं तो जन सेवा केंद्र वाले आपका नाम आयुष्मान भारत योजना की सूची में देखेंगे। इस लिस्ट में अगर आपका नाम शामिल है तो आप अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड, राशन पत्रिका, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि को जन सेवा केंद्र के एजेंट के पास जमा करना होगा। इसके बाद एजेंट आपका पंजीकरण कर आपको एक आईडी देगा। इसके बाद जनसेवा केंद्र से आपको 10 से 15 दिन में आयुष्मान कार्ड मिलेगा। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए आपको 30 रुपये फीस जमा देनी होगी।
निजी हॉस्पिटलों से कार्ड बनवाना चाहते हैं तो
इसके अलावा अगर आप पंजीकृत और निजी हॉस्पिटलों से कार्ड बनवाना चाहते हैं तो आपको अपने नज़दीकी निजी या सरकारी अस्पतालों में अपने दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल नंबर आदि के साथ जाना होगा। इसके बाद आपका नाम जन आरोग्य योजना की सूची में जांचा जाएगा। जिसके बाद अगर इस सूची में नाम है तो आपको आयुष्मान कार्ड दिया जायेगा।
बता दें कि सरकार ने इस योजना का लाभ पात्र व्यक्ति को मिल सके इसके लिए आयुष्मान योजना आपके द्वार नाम से अभियान चला था। 14 मार्च 2021 तक 8.35 लाख आयुष्मान कार्ड जारी हो चुके हैं। वहीं यूपी में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में जुटी योगी सरकार भी स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर दे रही है। इसके तहत आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की सुविधा जरूरतमंदों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। 6 जुलाई से शुरू हुए अभियान के पहले दिन 26 हजार से अधिक कार्ड बनवाए गए, जिन्हें हर दिन 50 हजार कार्ड किया जाएगा। साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स को पंचायती राज संस्थाओं से जोड़ने के लिए कहा गया है।
किन बीमारियों को किया जाता है कवर
आयुष्मान भारत के तहत मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी का इलाज होता है। इसके 1350 उपचार जैसे सर्जरी, मेडिकल डे केयर ट्रीटमेंट, डायग्रोस्टिक आदि पैकेज शामिल हैं। इतना ही नहीं अब इसमें 19 अन्य आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, योग, यूनानी उपचार पैकेज भी शामिल किए गए हैं।