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Tikait VS Patra: जब नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के संबंध को लेकर लाइव डिबेट में झूठ बोलने लगे राकेश टिकैत

नई दिल्ली। दिल्ली की सीमा वाली सड़कों को घेरकर लंबे समय से बैठे किसान अपनी एक ही मांग पर अड़े हुए हैं कि सरकार पहले तीनों कृषि कानूनों को खारिज करे और फिर किसान सरकार के साथ बातचीत के लिए टेबल पर बैठेंगे। किसान 8 महीने से सड़क को घेरकर बैठे हैं। इस दौरान सरकार के साथ किसानों की 11 दौर की बातचीत हो चुकी है। इसमें सरकार की तरफ से किसानों की कई मांगों को मान भी लिया गया है लेकिन किसान तीनों कृषि कानूनों को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार इस मूड में नजर नहीं आ रही है। इस सब के बीच किसान आंदोलन की वजह से सबसे ज्यादा लाइमलाइट में आए किसान नेता राकेश टिकैत अब लगातार हर मंच से केंद्र सरकार को धमकी देने पर उतारू हैं। आज तक चैनल के डिबेट शो हल्ला बोल में किसान नेता ने फिर एक बार अपनी मंशा स्पष्ट कर दी। आपको बता दें कि राकेश टिकैत ने सरकार को धमकी देते हुए कहा था कि वह दिल्ली की तरह लखनऊ का भी हाल कर देंगे। मतलब साफ था कि वह दिल्ली की तरह ही लखनऊ की सीमा को भी घेरने की बात कर रहे थे। इसके पीछे की एक वजह 2022 में होनेवाला यूपी चुनाव है।

वहीं दूसरी तरफ डिबेट शो में भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता के सामने राकेश टिकैत ने यह कहकर और खलबली मचा दी की। योगी और मोदी के बीच ही सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। योगी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं और मोदी उन्हें ऐसा करने नहीं देंगे ऐसे में ये खुद एक दूसरे से लड़ रहे हैं। इन दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। इसमें हम क्या कर सकते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो लखनऊ में हम सरकार से अपनी समस्याओं पर बात करने गए हैं। उन्होंने कहा कि हम तो सरकार को कहने गए हैं कि क्यों खामख्वाह यहां भी आंदोलन चलवाओगे। क्यों हमें दिल्ली की तरह यहां मोर्चा खोलने के लिए मजबूर कर रहे हैं। टिकैत ने साफ कहा कि मोदी से बात मनवाने के लिए योगी पर दवाब बनाएंगे।

जबकि राकेश टिकैत स्पष्ट रूप से जानते हैं कि योगी और मोदी के बीच किसी तरह का कोई मनमुटाव नहीं हैं। हर मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी लगातार योगी आदित्यनाथ के काम की तारीफ करते रहते हैं। वह चाहे राज्य के विकास के कामों को लेकर हो, या फिर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर हो, या फिर कोरोनाकाल में प्रदेश की जनता को संभालने को लेकर किए गए योगी आदित्यनाथ के कामों की बात हो। इसके साथ ही भाजपा की तरफ से इस बात को बी स्पष्ट कर दिया गया है कि सीएम योगी की अगुवाई में ही पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव लड़नेवाली है। ऐसे में अगर योगी मोदी के बीच सबकुछ ठीक नहीं होता तो किसी भी हालत में यूपी में नेतृत्व परिवर्तन के बिना भाजपा चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा ही नहीं करती। हालांकि राकेश टिकैत यह सब कहने के साथ अपनी बातों में खुद उलझ गए जब उन्होंने कहा कि यह मोदी और योगी का निजी मामला है और दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि वह लखनऊ को घेरकर केंद्र पर दवाब बनाएंगे। अगर योगी मोदी के बीच सब ठीक नहीं होता तो टिकैत कैसे यूपी सरकार पर दवाब डालकर केंद्र सरकार पर दवाब बनाने की बात करते।

इस पर टिकैत को जवाब देते हुए संबित पात्रा ने कहा आप पहले कहते थे कि प्राइवेट कंपनियां हमारी जमीन हड़प लेगी अब आप वह बात नहीं करते। क्या मंडी बंद हो जाएगी इसका जवाब दो। ये बिजली महंगी हो गई इसपर आप कैसे आ गए? संबित पात्रा ने टिकैत से लगातार इसी सवाल पर जवाब मांगा और टिकैत अपनी बात को दूसरी तरफ ले जाने लगे। संबित पात्रा ने कहा कि कानून की यह कॉपी है। आप तो इसमें इन दोनों सवालों को इस कानूनी पत्र में कहां लिखा हुआ है वह दिखाओ।

इसको लेकर राकेश टिकैत इतने बौखला गए कि और वह कहने लगे कि कृषि मंत्री कौन हैं जिससे बात किया जाए। यहां तो मोदी की सरकार है। किसी भाजपा की सरकार नहीं है। इसके बाद राकेश टिकैत को संबित पात्रा ने कहा कि मुझे या सरकार को ट्रैक्टर से दिक्कत नहीं है हमें तो एक्टर से दिक्कत है। टिकैत को संबित पात्रा ने कहा कि आप यूएन तो जा ही रहे थे आपने पुतिन और बाइडेन को क्यों छोड़ दिया आप उनको भी बोल दो।

राकेश टिकैत पर पलटवार करते हुए संबित पात्रा ने कहा आप पहले बताइए कि आप बिजली, पानी और गन्ना पर कैसे आ गए। संबित पात्रा ने पूछा कि किस मुद्दे पर बात करनी है ये डिसाइड कर लीजिए।

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