नई दिल्ली। …तो स्वामी प्रसाद यादव ने अब कसम खा ली है कि चाहे कुछ भी हो जाए। जब तक उनके नथनों में सांस है, वो हिंदू धर्म को जी भरकर गरियाते रहेंगे। चाहे कोई कुछ भी कह लें, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं, इस बार तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक कदम आगे बढ़ते हुए अखिलेश यादव की हिदायतों को ताक पर रखते हुए हिंदू धर्म के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल मचा हुआ है। बीजेपी अखिलेश यादव से स्वामी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है, तो वहीं अब इस पूरे मामले में डिंपल यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आ चुकी है। आखिर डिंपल ने स्वामी के विवादास्पद बयान पर क्या कुछ कहा है? आगे हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे, लेकिन जिन लोगों को नहीं पता है कि आखिर स्वामी ने अपनी विवादित टिप्पणी में क्या कुछ कहा है। उन्हें जरा एक बारे में विस्तार से बता देते हैं।
#WATCH | Delhi: Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya says, “Hindu ek dhokha hai…RSS Chief Mohan Bhagwat has said twice that there is no religion called Hindu but instead, it is a way of living. Prime Minister Modi has also said that there is no Hindu religion…Sentiments… pic.twitter.com/1qnULH1rqt
— ANI (@ANI) December 26, 2023
क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में हिंदू धर्म को एक धोखा बताया। उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में हिंदू धर्म को एक जीवनशैली बताया था। इसके अलाव संघ प्रमुख मोहन भागवत कई दफा हिंदू धर्म को जीवनशैली की संज्ञा दे चुके हैं। इस बीच उन्होंने भागवत को धर्म का ठेकेदार तक कह दिया। वहीं, स्वामी ने कहा कि कई मर्तबा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, बल्कि एक जीवनशैली है, लेकिन विडंबन देखिए कि उनके बयान से किसी की भी भवानाएं आहत नहीं होती हैं, जिसे कुछ लोग हिंदू धर्म कहते हैं, वो दरअसल अब कुछ लोगों का धोखा बन चुका है। बता दें कि स्वामी द्वारा दिए गए इस बयान के बाद चौतरफा सियासी भूचाल मचा हुआ है। इस बीच डिंपल यादव का भी बयान सामने आया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?
क्या बोलीं डिंपल यादव ?
वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य की उक्त विवादित टिप्पणी पर डिंपल यादव ने कहा कि यह उनका निजी बयान है। जिसका हम या हमारी पार्टी किसी भी तरह से कोई समर्थन नहीं करती है, तो इस तरह से डिंपन यादव ने स्वामी के बयान से खुद को परे कर लिया है, लेकिन बीजेपी का हमला नहीं थमा है। बीजेपी लगातार अखिलेश यादव से यह सवाल कर रही है कि आखिर वो कब स्वामी के उलजुलूल बयानों पर विराम लगाने जा रहे हैं। हालांकि, बीते दिनों अखिलेश यादव ने स्वामी को चेता दिया था कि वो इस तरह बेहूदे बयान देने से गुरेज करें, लेकिन स्वामी साहब है कि अपनी उलजुलूल टिप्पणी पर विराम लगाने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं।