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Swami Prasad Maurya: ‘आतंकवादी, ढोंगी और पाखंडी…’, जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने खोला धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मुंह

नई दिल्ली। रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब धीरेंद्र शास्त्री को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में धीरेंद्र शास्त्री को देश का दुश्मन, ढोंगी, पाखंडी और आतंकवादी तक बता दिया। सपा नेता ने धीरेंद्र शास्त्री के बयानों को संविधान विरोधी करार दिया। कहा कि वे संविधान विरोधी बयान देते हैं। कहते हैं कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे, जबकि संविधान भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने का प्रावधान करता है। सपा नेता ने धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी और पाखंडी तक बता दिया। कहा कि ऐसे लोगों के लिए देश का प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रपति जैसे पदों की कोई गरीमा नहीं होती है। यह लोग सिर्फ अपने मन का करना चाहते हैं।

हिंदू धर्म खतरे में है?

इसके साथ ही सपा नेता ने आगे कहा कि ये लोग ऐसे ही कहते रहते हैं कि हिंदू धर्म खतरे में है। यहां ये लोग कहते हैं कि हिंदू धर्म खतरे में हैं, उधर मौलाना कहते हैं कि हमें डराया जा रहा है। आखिर क्यों जैसे ही चुनाव मुहाने पर आता है, तो इन लोगों को हिंदू धर्म में खतरा  नजर आने लगता है। मुझे लगता है, इस पर विवेचना करने की जरूरत है। सपा नेता ने आगे कहा कि एक हिंदूवादी पार्टी नेता देश में शासन कर रही है। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्री है, सभी तो हैं, तो ऐसे में हिंदू धर्म के खतरे में होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। स्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित सभी हिंदूवादी नेताओं के रहने के बावजूद भी धर्म खतरे में है, तो सभी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और बाबाओं को पूरा अधिकार दे देना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर इन लोगों के रहने के बावजूद भी धर्म खतरे में है, तो इन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

कौन हैं धीरेंद्र शास्त्री?

आपको बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर में संत्सग लगाते हैं। दावा है कि बाबा बड़े-बड़े चमत्कार भी करते हैं। जिसे लेकर अभी बहस छिड़ चुकी है। जहां कुछ लोग उनके द्वारा किए चमत्कार को ईश्वर की कृपा बताते हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे अंधविश्वास बताते हैं। यही नहीं, बीते दिनों अंधविश्वास निर्मूलन समिति के अध्य़क्ष श्याम मानव ने बाबा द्वारा किए गए  चमत्कार को अंधविश्वास को बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच में बाबा के ऊपर लगे अंधविश्वास को सिरे से खारिज कर दिया।

वहीं, इस पूरे मसले को लेकर बीते दिनों राजनीति भी देखने को नहीं मिली थी। बीजेपी के कई नेता बाबा के पक्ष में आ खड़े गए थे। साथ ही बाबा ने यह कहकर भूचाल ला दिया था कि जब से उन्होंने घर वापसी और धर्मांतरण का मुद्दा उठाया है, तभी से एक गिरोह उनके खिलाफ मोर्चा खोलने पर आमादा हो चुका है। बहरहाल, अभी-भी इस पूरे मसले को लेकर सियासी गलियारों में बहस का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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