नई दिल्ली। कहा जाता है कि आईएएस और आईपीएस अफसरों के ठाठ बहुत ही निराले होते हैं। कई बार इसकी बानगी भी देखने को मिल जाती है। हालांकि हर अधिकारी ऐसा नहीं होता जो अपने ओहदे का गलत इस्तेमाल करे मगर कभी-कभी कुछ अफसर जाने या अनजाने ऐसा काम कर जाते हैं जिससे उनकी किरकिरी शुरू हो जाती है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि एक आईपीएस के घर में पानी खत्म हो जाने पर उन्होंने टैंकर बुलवाने की बजाए फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलवाकर अपने घर की टंकी भरवाई।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>ऐसी हैरतअंगेज़ खबर है कि आप सिर पीट लोगे। <br>महाराष्ट्र कैडर की 1993 बैच की आईपीएस है अर्चना त्यागी,,। <br>देहरादून स्थित घर में पानी ख़त्म हुआ तो हज़ार रुपये का टैंकर नहीं ख़रीदा, उत्तराखंड पुलिस विभाग ने फायर ब्रिगेड की गाड़ी घर भेज कर टंकी भरवाई। फ़ायर ब्रिगेड पेयजल आपूर्ति कब से… <a href=”https://t.co/o7hdm58vIa”>pic.twitter.com/o7hdm58vIa</a></p>— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) <a href=”https://twitter.com/AjitSinghRathi/status/1818159698094510294?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 30, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो महाराष्ट्र कैडर की 1993 बैच की आईपीएस अधिकारी अर्चना त्यागी के देहरादून में ईसी रोड पर स्थित घर का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी से रबर लगाकर घर के अंदर पानी सप्लाई किया जा रहा है। अब इसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि आईएएस और आईपीएस अफसरों के आगे तो बड़े-बड़े दिग्गज पानी भरते नजर आते हैं तो ये फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट क्या चीज है।
अर्चना त्यागी के बारे में
मूल रूप से देहरादून की ही रहने वाली अर्चना त्यागी को लेडी सिंघम के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं इन पर एक फिल्म भी बन चुकी है। बताया जाता है कि साल 2019 में रिलीज हुई फिल्म मर्दानी 2 भी अर्चना त्यागी से इंस्पायर्ड है। इसकी जानकारी खुद फिल्म की लीड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने दी थी। अर्चना त्यागी ने हेरोइन की कई बड़ी खेप पकड़ी हैं, हत्या के कई मामलों को सुलझाया है, बीयर बार पर छापा मारकर कई लड़कियों का रेस्क्यू किया है और अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को निर्वासित करने जैसे अनेकों काम किए हैं। उन्होंने महिलाओं की समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए स्पेशल वीमेन सेल का भी गठन किया था।