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Jagdeep Dhankhar On Illegal Immigrants: ‘हम अवैध प्रवासियों को भारत से कब निकालेंगे?’, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उठाया सवाल

Jagdeep Dhankhar On Illegal Immigrants: उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास सभी पर अवैध प्रवासियों ने हक जताया है। जगदीप धनखड़ ने कहा कि अब बात और आगे बढ़ चुकी है। अवैध प्रवासी अब हमारे चुनाव तंत्र में भी हस्तक्षेप कर रहे हैं। धनखड़ ने सभी भारतीयों का आह्वान किया कि वे इस चुनौती पर ध्यान दें।

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नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ये सवाल उठाया है कि भारत से अवैध प्रवासियों को कब निकाला जाएगा? डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी के 65वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को उप राष्ट्रपति ने अमेरिका का नाम लिए बिना कहा कि हर भारतीय के मन में सवाल उठना चाहिए कि हम ऐसा कब शुरू करेंगे? जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत में रहने का अधिकार नहीं फिर भी करोड़ों लोग यहां रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये अवैध प्रवासी यहां आजीविका हासिल कर रहे हैं। उप राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमारे संसाधनों पर अवैध प्रवासी अधिकार जता रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास सभी पर अवैध प्रवासियों ने हक जताया है। जगदीप धनखड़ ने कहा कि अब बात और आगे बढ़ चुकी है। अवैध प्रवासी अब हमारे चुनाव तंत्र में भी हस्तक्षेप कर रहे हैं। धनखड़ ने सभी भारतीयों का आह्वान किया कि वे इस चुनौती पर ध्यान दें। उप राष्ट्रपति ने युवाओं से कहा कि वे दबाव डालें और नौकरी के बारे में जन प्रतिनिधियों और सरकार से सवाल पूछें। जगदीप धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रीयता ही हमारा धर्म है और ये सर्वोच्च प्राथमिकता है। अमेरिका से भारत में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए धन के आवंटन वाले आरोप पर उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बदलने की कोशिश है और इसकी गहन जांच की जानी जरूरी है।

बता दें कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि अगर वो चुने जाते हैं, तो एक-एक अवैध प्रवासी को निकाल बाहर करेंगे। ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद इस बारे में आदेश जारी किया और भारत समेत तमाम देशों के अवैध प्रवासियों को सेना के विमान में बिठाकर उनके देश प्रत्यर्पित किया। इसी पर उप राष्ट्रपति ने अपनी बात रखी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2 करोड़ से ज्यादा अवैध घुसपैठिया प्रवासी हैं। इनमें ज्यादातर संख्या बांग्लादेश के नागरिकों और म्यांमार के रोहिंग्या की है। दिल्ली, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की पहचान और गिरफ्तार कर प्रत्यर्पण किए जाने का काम भी चल रहा है।

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