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Who is Preeti Sudan? : कौन हैं प्रीति सूदन? कल से संभालने जा रही हैं यूपीएससी की कमान

Who is Preeti Sudan? : प्रीति सूदन ने देश की प्रमुख योजनाओं 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' और 'आयुष्मान भारत' को लागू करने में अहम योगदान दिया था। इसके अतिरिक्त ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कानून बनाने में भी प्रीति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो गया है। प्रीति सूदन को यूपीएससी का अगला चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है, वो कल यानी 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगी। यूपीएससी के चेयरमैन महेश सोनी ने हाल ही में कुछ दिन पहले अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे कोई खास वजह न बताते हुए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था। सोनी के इस्तीफे के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि अब यूपीएससी की कमान किसके हाथ सौंपी जाएगी।

प्रीति सूदन के बारे में
प्रीति सूदन 1983 बैच की आंध्र प्रदेश कैडर की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। प्रीति सूदन के पास कई केंद्रीय मंत्रालयों में काम करने का भी अच्छा खासा अनुभव है। 37 सालों की अपनी नौकरी के दौरान कई अलग-अलग विभागों में काम करने के बाद प्रीति साल 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के पद से रिटायर हुईं थीं। रिटायरमेंट के बाद साल 2022 में वो यूपीएससी की सदस्य बनीं थीं। मूलरूप से हरियाणा से आने वाली प्रीति सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम.फिल भी कर रखा है।

आंध्र प्रदेश में अपनी सेवा के दौरान प्रीति वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि की प्रभारी रह चुकी हैं। प्रीति विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के इंडिपेंडेंट पैनल की सदस्य भी रह चुकी हैं। कोविड महामारी के दौरान प्रीति स्वास्थ्य मंत्रालय में केंद्रीय सचिव के पद पर तैनात थीं। तब उन्होंने प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन मजदूरों की यथासंभव देखभाल करने की सिफारिश की थी। प्रीति सूदन ने देश की प्रमुख योजनाओं ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ और ‘आयुष्मान भारत’ को लागू करने में अहम योगदान दिया था। इसके अतिरिक्त ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कानून बनाने में भी प्रीति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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