नई दिल्ली। मुंबई हमलों के मास्टरमांइड तहव्वुर राणा से पूछताछ में एनआईए उस शख्स के बारे में पता लगाएगी जिसके साथ दुबई में उसकी मीटिंग हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुबई में बैठे उस शख्स को यह बात पहले से पता था कि मुंबई में अटैक होने वाला है। हालांकि वो शख्स है कौन इसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। एनआईए को उस गुमनाम शख्स की भी तलाश है और एनआईए मुंबई हमलों का दुबई कनेक्शन तलाशने में जुटी हुई है। एनआईए यह जानना चाहती है कि क्या तहव्वुर राणा अपने साथी डेविड कोलमैन हेडली के कहने पर उस शख्स से मिला था।
एनआईए को शक है कि दुबई में जिस व्यक्ति से राणा की मुलाकात हुई थी वो कोई पाकिस्तानी अधिकारी तो नहीं था। अन्यथा पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन का सर्वेसर्वा जो मुंबई हमलों की साजिश में शामिल था। साथ ही एनआईए तहव्वुर राणा ये भी पूछेगी कि हेडली और उसने नवंबर 2008 में मुंबई ऑफिस की लीज को रिन्यू क्यों नहीं कराया था? इन सवालों के जवाब सामने आने के बाद मुंबई हमलों से जुड़ी कई अहम जानकारी सामने आएगी। बता दें कि राणा से कल एनआईए ने लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की थी। हालांकि राणा ने ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दिए। उसने सवालों को यह कहकर टाल दिया कि उसे कुछ याद नहीं है।
तहव्वुर राणा को कड़े प्रयासों के बाद अमेरिका से प्रत्यर्पण करने में सफलता मिली है। राणा को दो दिन पहले ही अमेरिका से भारत लाया गया है। एनआईए की विशेष अदालत ने राणा की 18 दिनों की रिमांड एनआईए को दी है। उसे दिल्ली के तिहाड़ जेल में स्थित स्पेशल सेल में रखा गया है जो हाई सिक्योरिटी से लैस है। इस सेल का साइज 14/14 का है। बताया जा रहा है कि एनआईए की टीम के स्पेशल 12 अधिकारियों के अलावा किसी अन्य को राणा की सेल में जाने की इजाजत नहीं है।