लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को 15 अप्रैल को तीन युवकों ने मीडिया के कैमरों के सामने गोलियों से छलनी कर मौत के घात उतार दिया था। अब इस मामले में 7 दिन की रिमांड में खत्म हो गई है, लेकिन इस दौरान SIT की टीम ने इनसे कई साड़ी जानकारियों को इकट्ठा करने का प्रयास किया। पुलिस को इस पूरे हत्याकांड में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ हाथ लगी हैं। पुलिस इस सवाल को लेकर बड़ी कंफ्यूज थी कि आखिर हत्याकांड में इस्तेमाल की गई इम्पोर्टेड जिगाना पिस्टल इन लोगों के पास आई कहां से ? अब इस सवाल का जवाब मिल गया है।
दरअसल, अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स के मास्टरमाइंड का पता चल गया है। इसके अलावा, यह भी पता चला है कि शूटर को लाखों की कीमत वाली जिगाना पिस्टल किसने दी थी। सूत्रों की मानें तो तीनों हमलावरों में से एक सनी ही पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। उसी ने बाकी दोनों आरोपियों लवलेश और अरुण को हत्या के लिए राजी किया था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि अतीक अशरफ हत्याकांड के तीनों शूटर्स 13 अप्रैल को ही प्रयागराज में मौजूद थे। वो यहां एक होटल में रुके हुए थे। इसके बाद उन तीनों ने कचहरी के चक्कर लगाने शुरू किए और रैकी की। उन्होंने जानकारी ली कि अतीक और उसके अशरफ को कितने बजे पुलिस मेडिकल के लिए ले जाएगी। इसके बाद तीनों ने एक एक करके होटल से निकलकर 15 अप्रैल को देर रात घटना को अंजाम दिया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक सनी को दिल्ली के गोगी गैंग के लोगों से जिगाना पिस्टल मिली थी। तीनों आरोपियों ने अतीक अशरफ हत्याकांड में इसी पिस्टल का प्रयोग किया था। पुलिस के लिए जिगाना पिस्टल से इन तीनों आरोपियों का कनेक्शन जोड़ना बड़ी सिरदर्दी थी। सू्त्रों के अनुसार, दिल्ली के गैंग ने सनी को यह पिस्टल किसी अन्य गैंगस्टर को मारने के लिए दी थी, लेकिन वह उसे नहीं मार सका था। यह हमला दिल्ली के किसी कोर्ट में किया जाना था। इसके बाद इसी पिस्टल से अतीक और उसके भाई को मौत के घात उतारा था।