नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में फूल, अबीर और गुलाल से जमकर होली खेली। इस दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी ने सनातन धर्म की समृद्ध परम्परा, राम मंदिर, महाकुंभ का जिक्र करते हुए विपक्ष पर शब्दों के बाण चलाए। सीएम ने कहा, सनातन धर्म का एक ही उद्घोष है-‘यतो धर्मस्ततो जय:‘, मतलब जहां धर्म होगा, वहीं विजय होगी। पर्व और त्योहारों की जितनी समृद्ध परम्परा सनातन धर्म के पास है, दुनिया के किसी भी अन्य देश में, किसी भी अन्य मत और मजहब के पास नहीं है।
योगी आदित्यनाथ बोले, सनातन धर्म की ताकत ही हमारी आस्था है। इन पर्व और त्योहारों के माध्यम से ही भारत आगे बढ़ता है। पूरे देश में पूर्व से पश्चिम तक और उत्तर से दक्षिण तक वर्षभर इन त्योहारों से जुड़ने का अवसर भारतवासियों को प्राप्त होता है। इसीलिए तो यह कहा जाता है कि भारत में तो जन्म लेना ही दुर्लभ है और उसमें भी मनुष्य के रूप में जन्म लेना और उसमें भी सनातन धर्मावलंबी बनकर जन्म लेना और भी दुर्लभ है। जो लोग सनातन धर्म को कोसते हैं, उन्होंने सनातन धर्म और भारत की सामर्थ्य प्रयागराज महाकुंभ में देखी। सीएम ने कहा, जहां धर्म होगा, वहीं सत्य होगा, जहां सत्य होगा, वहीं विजय होगी। विजय पथ पर आगे बढ़ने के लिए साधना करनी पड़ती है, व्यक्ति को परिश्रम करना पड़ता है, साधना जितनी कठिन होती है सिद्धि उतनी ही बड़ी होती है। बड़ी सिद्धि के लिए हमें आगे बढ़ना है।
सीएम ने कहा, मोदी जी ने देशवासियों के लिए विकसित भारत का संकल्प लिया है और भारत तभी विकसित हो सकता है जब भारत एक होगा। भारत एक होगा तो श्रेष्ठ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा, वे लोग कौन हैं, जो हमें बांटने का काम कर रहे हैं, ये वही लोग हैं, जिन्होंने श्री अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर का विरोध किया था, ये वही लोग हैं, जो गो-तस्करी में लिप्त थे और गो-हत्यारों को आश्रय देकर उन्हें सत्ता में भागीदार बनाते थे, ये वही लोग हैं, जो बोलते हैं कि भारत कभी ‘विकसित भारत’ नहीं हो सकता है।