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Yogi Government: बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं देने का योगी सरकार का संकल्प, हर जिले में बनेगा ट्रामा सेंटर

Yogi trauma care centers

लखनऊ। यूपी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर है। इसी का नतीजा है कि अब उत्तर प्रदेश के हर जिले में ट्रामा सेंटर बनाया जाएगा। इस तरह के फैसले से दूर-दराज रह रहे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़े शहरों की तरफ नहीं भागना होगा। बता दें कि ये ट्रामा सेंटर इमरजेंसी केयर की व्यवस्था से लैस होंगे। राज्य सड़क सुरक्षा परिषद ने इमरजेंसी केयर के तहत प्रदेश में ट्रॉमा सेंटरों का जाल बिछाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत 2025 तक सभी जिला व मंडलीय चिकित्सालयों का सुदृढ़ीकरण लेवल-तीन ट्रॉमा सेंटर के रूप में तैयार करने का लक्ष्य तय हुआ है। बता दें कि राज्य के सभी जिलों में कम से कम एक ट्रॉमा केयर केंद्र बनाने की योजना है। वहीं इसके लिए राज्य के एक्सप्रेस-वे और नेशनल हाइवे पर अस्पतालों को चिन्हित कर ट्रॉमा केयर केंद्र स्थापित करने का काम भी तेज किया जा सके इसके लिए परिषद ने निर्देश को दिए हैं।\

चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाने पर विशेष फोकस करने के पीछे राज्य सड़क सुरक्षा परिषद ने सड़क हादसों में होने वाली मौत को न्यूनतम करने की मंशा रखी है। इन ट्रामा सेंटरों के बनने से सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों को जल्द ही बेहतत स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। बता दें कि 310 सीएचसी पर ट्रॉमा केयर गाइड लाइन के मुताबिक सुविधाएं दी जा रही हैं।

इन ट्रामा सेंटर को 2025 तक सभी जिला व मंडलीय चिकित्सालयों को लेवल-तीन ट्रॉमा सेंटर के रूप में सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जाना है। वहीं केजीएमयू लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर को लेवल-एक का बनाए जाने की कार्यवाही की जा रही है। जल्द ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा राज्य में दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में 310 सीएचसी चिन्हित किया गया है। इन सीएचसी पर ट्रॉमा केयर गाइड लाइन के मुताबिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

बता दें कि राज्य में 80 नए ट्रॉमा सेंटर 2030 तक स्थापित होने हैं। जिसमें प्रथम चरण में 42 जिलों में 47 ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने का काम 2023-24 तक पूरा करने का लक्ष्य है। तो वहीं दूसरे चरण में शेष 33 जिलों में 33 ट्रॉमा सेंटर 2030 तक स्थापित किए जाएंगे। पहले चरण में स्थापित किए जाने पर 47 में से 29 ट्रॉमा सेंटर चालू किये जायेंगे। राज्य में एक्सप्रेस-वे और नेशनल हाइवे पर हर 50 किमी. पर जहां दुर्घटना बहुल क्षेत्र हैं वहां अस्पताल चिन्हित करते हुए ट्रॉमा केयर केंद्र स्थापित करने को कहा गया है और इस दिशा में तेजी के साथ काम चल रहा है।

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