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Maharashtra: ‘हिंदू विरोधी सरकार बचाने के लिए आपको समर्थन चाहिए’, शिंदे ने करारा जवाब देकर उद्धव की कर दी बोलती बंद

MAHRASHTRA

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घमासान अब बेहद ही निर्णायक मोड़ पर आ चुकी है। एक ऐसा मोड़ जहां से प्रदेश की सियासी दशा व दिशा निर्धारित होंगी, क्योंकि अब शिंदे गुट से लेकर उद्धव गुट के लोग एक्शन मोड में आ चुके हैं। जहां एक तरफ उद्धव सरकार अल्पमत में आ चुकी है, तो वहीं दूसरी तरफ शिंदे गुट में बागी विधायकों की संख्या में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि अब महाराष्ट्र की राजनीति का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। इसी बीच आज पिछले कई दिनों के बगावती तेवर के बाद एकनाथ शिंदे पहली मर्तबा मीडिया से मुखातिब हुए। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही मुंबई आऊंगा और इसके बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करूंगा।

वहीं, उन्होंने बागी  विधायकों के संदर्भ में कहा कि मैंने किसी को भी नहीं बुलाया है। सभी अपनी मर्जी से मेरे गुट में शामिल हुए हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले महाराष्ट्र की राजनीति में मचे बवाल के बीच शिंदे ने हमेशा ही ट्वीट कर अपनी बात रखी है। यह पहली बार था कि उन्होंने मौखिक रूप से मीडिया के समक्ष में महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर अपनी राय रखी थी। अब एक बार फिर से उन्होंने एक ट्वीट किया है, जिमसें उन्होंने सीधा-सीधा सीएम उद्धव ठाकरे को निशाने पर लिया है। आइए, आपको इसके बारे में हम विस्तार से बताते हैं।

जानें पूरा माजरा

दरअसल, शिवसेना के बागी नेताओं की टोली के रहनुमा एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र की राजनीति में मचे सियासी बलाल के बीच ट्वीट कर सीएम उद्धव को आड़े हाथों लिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, एक तरफ उनके बेटे और प्रवक्ता वंदनिया बालासाहेब के शिवसैनिकों को सुअर, नाल्याचिगाना, रेडा, कुत्ते, जाहिल और लाश कहकर बुलाते थे, वहीं दूसरी तरफ इन हिंदू विरोधी माओवादी सरकारों को बचाने के लिए, इसका मतलब क्या है? जाहिर तौर पर उन्होंने इस ट्वीट के जरिए उद्धव  ठाकरे के साथ-साथ आदित्य ठाकरे को  भी निशाने पर लिया है। वहीं, बीजेपी की ओर से इस महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उथल पुथल पूरी निगाहें बनी हुई है। ऐसे में राज्य में जारी सियासी संघर्ष क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की  निगाहें टिकी रहेंगी।

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