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Google Doodle Today: गूगल ने ‘नाजिहा सलीम’ का बनाया डूडल, जानिए कौन और किस देश की हैं ये शख्सियत?

नई दिल्ली। विश्व का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल समय-समय पर अपने लोगो की जगह किसी महान हस्ती का डूडल बनाकर उन्हें सम्मान प्रदान करता है। अपनी इसी प्रथा को जारी रखते हुए गूगल का आज  का डूडल ‘नाजिहा सलीम’ को समर्पित है। तुर्की में जन्म लेने वाली नाजिहा सलीम समकालीन कला के परिदृश्य में जानी-मानीं प्रोफेसर, चित्रकार एवं प्रभावशाली कलाकारों में गिनी जाती हैं। कई सालों तक विदेश में रहने के बाद वो इराक की राजधानी ‘बगदाद’ लौट आईं और वहीं रहकर उन्‍होंने अपने बोल्ड ब्रश के स्ट्रोक और जोशीले रंगों की सहायता से इराक की ग्रामीण महिलाओं और किसानों के जीवन को चित्रित किया। Google Doodle में दिख रही तस्वीर नाजिहा सलीम द्वारा ही बनाई गई एक कलाकृति है। तुर्की के इराकी कलाकारों के परिवार में जन्म लेने वाली नाजिहा के पिता पेशे से एक पेंटर थे और उनकी मां एक कुशल कढ़ाई कलाकार थीं। उनके पूरे परिवार को कला के विभिन्न क्षेत्रों महारत हासिल थी। माता-पिता के अलावा उनके तीनों भाइयों ने भी कला क्षेत्र में ही काम किया। इराक के सबसे प्रभावशाली मूर्तिकार ‘जवाद’ नाजिहा के तीन कलाकार भाइयों में से एक हैं।

नाजिहा सलीम ने बगदाद के फाइन आर्ट्स इंस्टीट्यूट में अपनी पेंटिंग की पढ़ाई पूरी की और स्नातक की डिग्री हासिल की। कला के प्रति उनका जुनून इस बात से चलता है कि उन्होंने पेरिस में ‘इकोले नेशनेल सुप्रीयर डेस बीक्स-आर्ट्स’ (École Nationale Supérieure des Beaux-Arts) में अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए स्कॉलरशिप भी हासिल की। नाजिहा सलीम ने पेरिस में रहते हुए फ्रेस्को और म्यूरल पेंटिंग में दक्षता हासिल की। स्नातक करने के बाद वो कला और संस्कृति में पूरी तरह डूब गईं। उन्होंने अपनी कला के सफर को जारी रखते हुए कई साल विदेश में बिताये और बाद में बगदाद लौटकर वहां के हालात को अपनी पेंटिंग के जरिए बयां किया। नाजिहा सलीम इराक की सबसे प्रसिद्ध कलाकार के तौर पर याद की जाती हैं। 15 फरवरी 2008 को इस महान कलाकार ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

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