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कोरोनावायरस के कहर के बीच एटीके और चेन्नइयन के बीच होगा मैच

फातोर्दा (गोवा)। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन का फाइनल मैच शनिवार को एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी के बीच जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेला जाएगा। दो-दो बार यह खिताब जीतने के बाद एटीके और चेन्नइयन अब तीसरे खिताब के साथ इतिहास में अपना नाम दर्ज कराना चाहेंगे और इसके लिए फातोर्दा में जोरदार भिड़ंत की उम्मीद है। कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए फाइनल मुकाबला बंद दरवाजों के बीच खेला जाएगा। इस मैच में कोई दर्शक नहीं होगा।

एटीके ने जहां दो चरण के सेमीफाइनल में मौजदा चैम्पियन बेंगलुरू एफसी को हराया था जबकि चेन्नइयन एफसी ने एफसी गोवा को हराते हुए तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई है। दोनों क्लब लीग इतिहास में पहली बार फाइनल में आमने-सामने हैं। मजेदार बात यह है कि दोनों फाइनल में पहुंचने के बाद अब तक एक बार भी नहीं हारे हैं।

एटीके ने जहां लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए फाइनल का टिकट कटाया है, वहीं चेन्नइयन ने दूसरे हाफ के बाद वापसी करते हुए फाइनल में पहुंचने का गौरव हासिल किया। नए मैनेजर ओवेन कोएल ने दिसंबर की शुरुआत में इसका चार्ज संभाला था और तब से इस टीम ने आठ मैच जीते। कोएल के आने से पहले चेन्नइयन एफसी ने सिर्फ एक मैच जीता था।


अब कोएल ने चमत्कार कर दिखाया है। चेन्नइयन एफसी के लिए नेरीजुस वाल्सकिस काफी अहम साबित
होंगे, क्योंकि इस खिलाड़ी के नाम 14 गोल हैं। वह तथा रफाएल क्रीवेलारो ने इस टीम के लिए कई मौकों पर अहम प्रदर्शन करते हुए हार को जीत में बदला है। विंगर लालियानजुआला चांग्ते भी इस टीम के लिए अहम कड़ी हैं। खासतौर पर बीते तीन मैचों में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है। वह प्लेऑफ के दोनों लेग में गोल करने वाले पहले भारतीय बन चुके हैं।

दूसरी ओर, एटीके मुख्य रूप से रॉय कृष्णा और डेविड विलियम्स की कलाकारी पर आश्रित होगा। रॉय के नाम 15 गोल हैं और वह गोल्डन बूट की दौड़ में मजबूती से शामिल हैं। विलियम्स भी इस सीजन में समान रूप से खतरनाक दिख रहे हैं। बेंगलुरू के खिलाफ प्लेऑफ में विलियम्स ने दो गोल किए थे। इसके अलावा मिडफील्ड में इदु गार्सिया और जेवियर हर्नादेज की अहम भूमिका होगी। विंग बैक प्रबीर दास इस टीम के शानदार अटैकिंग ऑब्शन बनकर सामने आए हैं।

एटीके का मनोबल ऊंचा है, क्योंकि उसने लीग स्तर पर चेन्नइयन को हराया है। लेकिन इससे मैच के परिणाम पर कोई असर शायद ही पड़े, क्योंकि शनिवार को जो जीतेगा वही सिकंदर कहलाएगा और अपना नाम इतिहास में दर्ज कर सकेगा।

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