नई दिल्ली। क्रिकेट के खेल में पेश आने वाली नई चुनौतियों और इसके स्टैंडर्ड को और भी बेहतर बनाने के लिए नियमों में बदलाव किए जाते रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए नियम बनाने का काम मेरिलबोन क्रिकेट क्लब यानी एमसीसी का है। एमसीसी के सुझावों के आधार पर ही आईसीसी इन नियमों को लागू करती है। एमसीसी ने अब एक बार फिर से नियमों में बदलाव करने के सुझाव दिए हैं और इस साल 1 अक्टूबर यानि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट के कई नियम बदल जाएंगे। इनमें कुछ ऐसे नियम भी हैं, जो अक्टूबर 2017 में लागू किए गए थे और उनमें बदलाव किए गए हैं।
एमसीसी ने इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में संशोधन का ऐलान कर दिया है लेकिन इनको अक्टूबर के बाद ही लागू किया जाएगा। हालांकि, इस बीच संबंधित जानकारी को MCC अपडेट करेगा ताकि वैश्विक स्तर पर अंपायर और ऑफिशियल्स की ट्रेनिंग में मदद की जा सके। इन बदलावों का मकसद क्रिकेट के खेल को वैसा ही आकार देना है, जिस तरह से इसे खेला जाना चाहिए। एमसीसी के सुझाए गए बदलावों के मुताबिक ये हैं नए नियम
1. गेंद को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर बैन लगेगा, यानि अब गेंदबाज़ या फील्डर बॉल में शाइनिंग लाने के लिए उस पर थूक नहीं लगा सकेंगे।
2. दूसरा सुझाव है कि किसी भी प्लेयर के आउट हो जाने के बाद मैदान पर आने वाला नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा।
3. तीसरा और बेहद अहम बदलाव ये होगा कि मांकडिंग को ऑफिशियल रन आउट माना जाएगा, यानि जब गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकिंग एंड का बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर अपना हाथ रोककर उस छोर की गिल्लियां गिरा देता है तो इसे मांकडिंग कहा जाता हैऔर आपको याद होगा कि 2019 के IPL सीज़न में जब रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड के जोस बटलर को मांकडिंग से आउट किया था तब इसकी वैधता को लेकर खूब बवाल मचा थालेकिन अब इस नए नियम से मांकडिंग वैध हो जाएगी और फिर पिच पर ऐसे विवाद देखने को नहीं मिलेंगे।
4. चौथा बदलाव है कि मैदान में किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी टीम को नुकसान होता है, तो वो डेड बॉल करार दी जाएगी।
5. पांचवा बदलाव है कि जिस खिलाड़ी को रिप्लेस किया गया है, उसकी जगह आने वाले खिलाड़ी के साथ नियमों में समान व्यवहार किया जाएगा। ये खिलाड़ी पर लगे प्रतिबंध और विकेट लेने जैसी स्थिति में भी लागू होगा।
6. छठा सुझाव है कि, गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज क्रीज के चारों ओर मूव करते हैं। ऐसे में कई बार बल्लेबाज के बगल से निकलने वाली गेंद को वाइड नहीं माना जाता लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रन अप शुरू करने से पहले बल्लेबाज ने जो पॉजिशन ली है, उसी के तहत वाइड का निर्धारण किया जाएगा।
7. इसके अलावा अगर गेंदबाज की गलती से बॉल पिच से दूर गिरती है तो भी स्ट्राइकर गेंद को खेल सकता है लेकिन बल्लेबाज का बैट, पैर या कोई भी हिस्सा पिच में होना जरूरी है।
8. अगर फील्डर इन नियमों के बाहर मूवमेंट करता है, तो बैटिंग साइड को 5 पेनल्टी रन मिलेंगे।
तो इन क्रिकेट में ये सभी नए नियम 1 अक्टूबर से देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, एमसीसी चाहे तो इस बीच के पीरियड में कोई संशोधित सुझाव भी दे सकती है।