नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 57 किलोग्राम वर्ग में सेमीफाइनल में जगह बना ली है। झज्जर के इस युवा खिलाड़ी ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के मार्ग में अल्बानिया के पहलवान को 12-0 के बड़े अंतर से हराया। इस जीत के साथ ही अमन सहरावत ने मेडल जीतने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। अमन सहरावत का करियर बहुत ही प्रेरणादायक रहा है। महज 21 साल की उम्र में अमन ने कई प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीते हैं। पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में अमन ने स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इसी वर्ष, जाग्रेब में भी उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके अलावा, बुडापेस्ट में उन्होंने सिल्वर मेडल प्राप्त किया। 2022 में 61 किलो वर्ग में भी सिल्वर मेडल उनके नाम रहा, हालांकि वर्तमान में वह 57 किलो वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
AMAN SEHRAWAT INTO THE SEMI-FINAL…!!!!
– Aman is one win away from winning medal for India in Paris Olympics 🫡 pic.twitter.com/bIF2tmdm2L
— Johns. (@CricCrazyJohns) August 8, 2024
दुखों का सामना कर बने चैंपियन
अमन सहरावत का ओलंपिक तक का सफर बहुत ही कठिन रहा है। बचपन में ही उनके माता-पिता का निधन हो गया था। इस कठिन परिस्थिति के बावजूद, अमन ने हार नहीं मानी और कुश्ती के क्षेत्र में खुद को साबित किया। न केवल अपने सपनों को पूरा किया, बल्कि अपनी छोटी बहन की पढ़ाई का खर्च भी उठाया। आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, अमन ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती की ट्रेनिंग ली और कोच प्रवीन दहिया से दांवपेंच सीखे। कोच प्रवीन दहिया ने ही अमन की प्रतिभा को पहचाना और उसे सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान किया।
अमन सहरावत की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। अगर वह सेमीफाइनल में भी जीतते हैं और फाइनल में पहुंचते हैं, तो सिल्वर मेडल उनके नाम पक्का हो जाएगा और यदि फाइनल भी जीतते हैं, तो गोल्ड मेडल उनके नाम होगा। इ