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Rohit Sharma On WC Final Match: ‘बहाना नहीं…बल्लेबाजी ने…’, वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद बोले कप्तान रोहित शर्मा

उन्होंने कहा कि भारतीय पारी में और 20-30 रन जुड़ते, तो बेहतर रहता। उन्होंने कहा कि तीन विकेट गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी साझेदारी कर ली। रोहित ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की जीत का सारा श्रेय ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन को है। भारत की टीम कल फाइनल मैच में सिर्फ 240 रन ही बना सकी थी।

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अहमदाबाद। ‘मैं बहाना नहीं बना रहा। हमारी बल्लेबाजी ठीक नहीं रही।’ वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथ भारत की हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने ये बात मानी है। रोहित शर्मा ने कहा कि अगर वो टॉस जीतते, तब भी पहले बल्लेबाजी ही चुनते। रोहित ने कहा कि उनको उम्मीद थी कि रोशनी में बल्लेबाजी करने से फायदा हो सकता है, लेकिन एक-एक कर विकेट गिरते चले गए। भारत के कप्तान ने कहा कि भले ही दिन अच्छा नहीं गया, लेकिन उनको अपनी टीम पर गर्व है। रोहित शर्मा ने कहा कि जब विराट कोहली और केएल राहुल पिच पर थे, तो उम्मीद ये थी कि 270-280 रन बना लेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय पारी में और 20-30 रन जुड़ते, तो बेहतर रहता। उन्होंने कहा कि तीन विकेट गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी साझेदारी कर ली। रोहित ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की जीत का सारा श्रेय ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन को है।

वहीं, वर्ल्ड कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया के कैप्टन पैट कमिंस ने अपने खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सराहा। कमिंस ने कहा कि उनको लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने अंतिम दिन के लिए अपना बेहतर प्रदर्शन बचाकर रखा था। उन्होंने कहा कि पिच काफी धीमी थी और स्पिन भी नहीं हो रही थी। पैट कमिंस बोले कि पिच देखकर लग रहा था कि लक्ष्य का पीछा करना आसान होगा और ऐसा हुआ। वहीं, भारत से फाइनल मैच छीन लेने वाले ट्रेविस हेड ने रोहित शर्मा को मैच के बाद दुनिया का सबसे दुर्भाग्यशाली व्यक्ति बताया। हेड ने कहा कि वो थोड़े नर्वस थे, लेकिन मार्नस ने दबाव खत्म कर दिया। ट्रेविस हेड ने कप्तान पैट कमिंस की सराहना की। उन्होंने कहा कि मैच आगे बढ़ने पर विकेट खेल के लिए बेहतर हो गया। दूसरी तरफ, मार्नस लाबुशेन ने कहा कि जो हासिल किया, उस पर भरोसा नहीं होता। लाबुशेन ने कहा कि जब कोई टीम सर्वश्रेष्ठ खेलती है, तो उसे मौका मिलता है।

फाइनल से पहले अपने सभी 9 लीग मैच जीतकर उत्साह में थी भारतीय टीम।

भारत ने इस वर्ल्ड कप में फाइनल से पहले तक शानदार प्रदर्शन किया था। उसने अपने सभी 9 मैच जीते थे और 18 अंक लेकर प्वॉइंट्स टेबल में सबसे ऊपर स्थान हासिल किया था। पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत की तरफ से कई खिलाड़ियों ने शानदार बल्लेबाजी की थी। वहीं, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की धारदार गेंदबाजी का नजारा फैंस ने देखा था, लेकिन फाइनल में बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भारत की लय पूरी तरह बिगड़ी हुई थी। महज 240 रन में टीम सिमट गई थी और इस वर्ल्ड कप में वो पहली बार ऑल आउट हुई। वहीं, बुमराह और शमी ने ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट तो जल्दी निकाल दिए, लेकिन फिर बाद में उनकी गेंदों ने करिश्मा नहीं किया।

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