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Tokyo Olympic : ओलंपिक से बिना मेडल भारत लौटी मैरी कॉम ने देश से मांगी माफी, कहा कुछ ऐसा जो आपको भावुक कर देगा

नई दिल्ली। छह बार की विश्व चैंपियन भारत की मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम टोक्यो ओलंपिक में महिला फ्लाईवेट 51 किग्रा भार वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कोलंबिया की इंग्रीट लोरेना वालेंसिया के हाथों हार गईं। इस हार के साथ मैरी कॉम की आंखों में आंसू देखे गए। वहीं जब अब मैरी कॉम भारत वापस पहुंची तो उन्होंने देशवासियों से माफी मांगी। अपनी हार और टोक्यो ओलंपिक में पदक ना जीत पाने को लेकर उन्होंने कहा कि, मुझे बिना मेडल के भारत आना बहुत बुरा लग रहा है। मैरी कॉम ने अपनी हार पर हैरानी जताते हुए कहा कि, दो राउंड आसानी से जीतने के बाद आखिर मैं कैसे हार सकती हूं? खाली हाथ आने के लिए मैं अपने देशवासियों से माफी चाहती हूं। बता दें कि मैरी कॉम का टोक्यो ओलंपिक में प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सफरप खत्म हो गया था। इस मुकाबले में वो कोलंबिया की इंग्रीट लोरेना वालेंसिया के हाथों हार गईं थी।

38 वर्षीय मैरी कॉम भारत की ओर से पदक की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं थी। वहीं 2012 लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम के इस तरह प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हारने से भारत की पदक की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि मैरी कॉम ने वालेंसिया को 2019 में विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में 5-0 से हराया था लेकिन इस बार उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा।

माना जा रहा है कि मैरी कॉम का यह आखिरी ओलंपिक हो सकता है। वहीं प्री क्वार्टर फाइनल से पहले, उन्होंने पहले राउंड में डोमिनिका गणराज्य की मिगुएलिना हेरनांडेज गार्सिया को 4-1 से हराया था लेकिन वह प्री क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर सकीं और ओलंपिक में उनका सफर यहीं समाप्त हुआ। हार के बाद मैरी कॉम ने नम आखों के साथ टोक्यो को अलविदा कहा। उन्होंने दोनों हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया और जजों को प्रणाम भी किया।

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