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IND vs PAK:‘अर्शदीप’ को खालिस्तानी समर्थक बताने वाले पाकिस्तान की अब खैर नहीं..? एक्शन में आई मोदी सरकार, उठाया ये बड़ा कदम

नई दिल्ली। एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान के बीच बीते रविवार को दूसरी मर्तबा भिड़ंत देखने को मिली, जिसमें पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से मात दी। वैसे तो इस मैच में बेशुमार ऐसे पल रहे, जिसकी चर्चा सोशल पर अपने चरम पर है, लेकिन मैच के दौरान भारतीय टीम के दाएं हाथ के गेंदबाज अर्शदीप सिंह के साथ कुछ ऐसा हो गया कि वे आलोचना के पात्र बन गए। दरअसल, भारत-पाकिस्तान के मुकाबले के बीच ऐसे वक्त में अर्शदीप ने 18वें ओवर में आसिफ अली का आसान-सा कैच छोड़ा था, जब भारतीय टीम को पाकिस्तानी खिलाड़ियों के विकेट चटकाकर उन्हें पवेलियन भेजना जरूरी थी, ताकि अपने लिए जीत की राह प्रशस्त कर सकें, लेकिन अफसोस अर्शदीप ने ऐन वक्त में आसीफ का आसान सा केच छोड़कर भारतीय टीम की लुटिया डुबो दी। हालांकि, बाद में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले के बीच क्या कुछ हुआ। हम सभी भलीभांति वाकिफ हैं। पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से मात दे दी। लेकिन, इसके साथ ही अर्शदीप सिंह सोशल मीडिया पर आलोचना के पात्र बन गए, लेकिन इस आलोचना में पाकिस्तान ने भी एंट्री करवा ली और अर्शदीप के ताल्लुकात खालिस्तान से बता डाले।

जी हां…आपको बता दें कि विकिपीडिया के पेज पर भारतीय टीम के दाएं हाथ के गेंदबाज अर्शदीप को खालिस्तानी संगठनों से ज़ुड़ा हुआ बताया गया। ध्यान रहे कि किसी ने विकिपीडिया के पेज को संशोधित कर अर्शदीप को खालिस्तानी बताया है। वहीं, जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान के पंजाब में प्रांत में स्थित किसी जगह से विकिपीडिया के पेज पर अर्शदीप के प्रोफाइल के साथ छेड़खानी करके उन्हें खालिस्तानी समर्थक बताने की जुर्रत की गई है।

हालांकि, अब भारत सरकार ने भी पाकिस्तान को उसके इस करतूत के मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। दरअसल, केंद्र सरकार ने उपरोक्त मामले को संज्ञान में लेने के बाद विकिपीडिया के आलाधिकारियों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है।

बता दें कि इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए आईटी मंत्रालय ने कहा कि जिस तरह मैच को खालिस्तनी रंग दिया गया है, उसे ध्यान में रखते हुए हमने विकपीडिया के अधिकारियों को नोटिस भेज दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने नोटिस में कहा कि इससे देश में माहौल बिगड़ सकता है। उधर, इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, ”इस तरह की गलत सूचना और किसी शख्सियत को जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश इजाजत भारत में संचालित किसी भी प्लेटफॉर्म को नहीं है। यह सरकार की सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की अपेक्षाओं का उल्लंघन करता है।” हालांकि, इससे पहले भी साल 2018 में अर्शदीप को खालिस्तानी संगठन का सदस्य बताया गया था। उस वक्त यह हरकत एक पाकिस्तानी नागरिक ने की थी। बहरहाल, इस बार सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है।

अर्शदीप के सपोर्ट में आए भज्जी और विराट

वहीं पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में आसान सा कैच छोड़ने वाले अर्शदीप के सपोर्ट में भज्जी और विराट भी उतर आए हैं। बता दें कि भज्जी ने अर्शदीप को ट्रोल करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि नौजवान अर्शदीप की निंदा करना बंद करें। कोई कैच को जान बूझकर नहीं छोड़ता है। भारत के खिलाड़ियों पर गर्व है। पाकिस्तान ने अच्छा खेला है।

टीम और अर्श को लेकर जो घटिया बातें हो रही हैं, वे शर्मनाक है। अर्श सोना है। उधर, विराट कोहली ने भी कहा कि कोहली किसी से भी हो सकती है। हमें चाहिए कि हम उन सभी गलतियों से सीखें और उन्हें अगले मैच ना दहराए। बहरहाल , अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए ।न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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