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Virat Kohli Fake Fielding: बांग्लादेश के नुरूल ने विराट पर लगाया ‘फर्जी फील्डिंग’ का आरोप, तो हर्षा भोगले का फूटा गुस्सा, ऐसे दिया करारा जवाब

Virat Kohli Fake Fielding: आपको बता दें कि क्रिकेट कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने ट्वीट कर कहा कि, ‘फर्जी फील्डिंग की घटना पर सच तो यह है कि किसी ने नहीं देखा। अंपायर ने नहीं किया, बल्लेबाजों ने नहीं किया और हमने भी नहीं किया। कानून 41.5 नकली क्षेत्ररक्षण को दंडित करने का प्रावधान करता है (अंपायर को अभी भी इसकी व्याख्या इस प्रकार करनी है) लेकिन किसी ने इसे नहीं देखा। तो तुम क्या करते हो!’

Virat Kohli

नई दिल्ली। क्रिकेट जगत में कभी बल्लेबाजी को लेकर तो कभी गेंदबाजी को लेकर तो कभी फील्डिंग को लेकर कई तरह के आरोप लगते रहते हैं, जो कि आगे चलकर विवाद की शक्ल अख्तियार कर लेते हैं। वर्तमान में ऐसे ही आरोप बीते बुधवार को भारत-बांग्लादेश के बीच हुए टी-20 मुकाबले को लेकर बांग्लादेशी बल्लेबाज नुरूल हसन ने भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली पर लगाए हैं। बता दें कि उन्होंने विराट कोहली पर फर्जी फील्डिंग के आरोप लगाए हैं। नरूल का आरोप है कि विराट ने बांग्लादेश के खिलाफ फील्डिंग के दौरान बेईमानी की है। भारत ने ये मैच बेईमानी से जीता है। ध्यान रहे कि क्रिकेट जगत में नुरूल के इस आरोप की खूब चर्चा रही। हालांकि, भारत की तरफ से अभी तक नुरूल द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया था, लेकिन क्रिकेट कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने बांग्लादेशी बल्लेबाज को मुंहतोड़ जवाब दिया है। ध्यान रहे कि अभी हर्षा भोगले द्वारा किया गया यह ट्वीट खासा सुर्खियों में है। जिस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। आइए, आगे कि रिपोर्ट में हम आपको हर्षा भोगले के ट्वीट के बारे में बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।

हर्षा भोगले का ट्वीट

आपको बता दें कि क्रिकेट कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने ट्वीट कर कहा कि, ‘फर्जी फील्डिंग की घटना पर सच तो यह है कि किसी ने नहीं देखा। अंपायर ने नहीं किया, बल्लेबाजों ने नहीं किया और हमने भी नहीं किया। कानून 41.5 नकली क्षेत्ररक्षण को दंडित करने का प्रावधान करता है (अंपायर को अभी भी इसकी व्याख्या इस प्रकार करनी है) लेकिन किसी ने इसे नहीं देखा। तो तुम क्या करते हो!’

वहीं, उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई जमीन गीली होने की शिकायत कर सकता है। शाकिब सही थे जब उन्होंने कहा कि उसे बल्लेबाजी पक्ष का पक्ष लेना चाहिए। अंपायरों और क्यूरेटरों को खेल को तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि ऐसा करना संभव न हो। और उन्होंने इसे बहुत अच्छी तरह से संभाला ताकि कम से कम समय बर्बाद हो जाए।

इसके अलावा उन्होंने तीसरे ट्वीट में कहा कि, ‘इसलिए, बांग्लादेश में मेरे दोस्तों के लिए, कृपया नकली क्षेत्ररक्षण या गीली परिस्थितियों को लक्ष्य तक न पहुंचने के कारण के रूप में न देखें। अगर कोई बल्लेबाज अंत तक टिका होता तो बांग्लादेश जीत सकता था। हम सब इसके दोषी हैं….जब हम बहाने खोजते हैं, तो हम बढ़ते नहीं हैं।

बहरहाल, बांग्लादेशी खिलाड़ी द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर क्रिकेट जगत में चर्चाओं का बाजार गुलजार है। हर शख्स इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन आखिर इस पूरे विवाद पर आईसीसी का नियम क्या कहता है। आइए, जरा उसके बारे में भी विस्तार से जान लेते हैं।

जानिए आईसीसी का नियम क्या कहता है?

आपको बता दें कि उक्त विवाद पर आईसीसी ने भी प्रावधान किया हुआ है। आईसीसी के नियम 41. के मुताबिक, फील्डिंग कर रही टीम बल्लेबाज को जानबूझकर बाधा नहीं पहुंचा सकती है। अगर ऐसा करता हुआ कोई भी खिलाड़ी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अगर ऐसी परिस्थिति में अंपयार को ऐसा लगता है कि कोई खिलाड़ी ऐसा कर रहा है, तो वो डेड बॉल घोषित करके 5 रन दे सकता है। अब ऐसे में शांतो और कोहली की तरफ बाकायदा देखा गया है, तो ध्यान भटकाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।

नुरुल हसन ने विराट पर क्या आरोप लगाए

बता दें कि नुरुल हसन ने विराट पर आरोप लगाए हैं कि मैच के दौरान ऐसी स्थिति परिस्थिति आई, जब अंपायर ने विराट द्वारा की गई मिस फील्डिंग को मिस कर दिया था। अगर अंपायर ने उस पर ध्यान दिया होता है, तो हमें पांच रनों की पैनल्टी मिलती और हम मैच जीत सकते थे, लेकिन अफसोस अंपायर ने ऐसा नहीं किया।

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