नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 का छठा दिन भारतीयों के लिए मिश्रित भावनाओं का रहा। जहां शूटर स्वप्निल कुसाले ने भारत को तीसरा पदक दिलाकर गौरवान्वित किया, वहीं स्टार शटलर पीवी सिंधु का सफर राउंड ऑफ 16 में ही समाप्त हो गया। सिंधु को चीन की छठी सीड ही बिंगजियाओ ने सीधे सेटों में 21-19, 21-14 से हराया। यह पहला ओलंपिक है जिसमें सिंधु बिना पदक जीते बाहर हो गईं। इससे पहले उन्होंने रियो 2016 में सिल्वर और टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। पीवी सिंधु ने पहले सेट की शुरुआत अच्छी की थी और मुकाबला कड़ा रहा। लेकिन बिंगजियाओ ने जल्द ही बढ़त बना ली। सिंधु ने 12-12 और फिर 19-19 की बराबरी की, लेकिन अंत में बिंगजियाओ ने पहला सेट 21-19 से अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट में भी सिंधु ने वापसी की कोशिश की, लेकिन जियाओ का दबदबा बना रहा और उन्होंने सेट 21-14 से जीत लिया।
हार के बाद पीवी सिंधु ने अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, “यह निराशाजनक है… एक जीतेगा और एक हारेगा, और आज मैं हार गई। मुझे अपनी गलतियों पर नियंत्रण रखना चाहिए था… खासकर दूसरे गेम में मुझे यही महसूस हुआ। यह दुखद है कि मैं इसे जीत में नहीं बदल सकी। पहले गेम में एक समय स्कोर 19-19 था।”
सिंधु की हार भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों के लिए एक बड़ा झटका है। पिछले दो ओलंपिक में पदक जीतकर देश को गर्वित करने वाली सिंधु इस बार पदक की हैट्रिक से चूक गईं। ओलंपिक में उनकी यह यात्रा उनके प्रशंसकों के लिए निराशाजनक रही, लेकिन उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना की जानी चाहिए।
पिछले दो ओलंपिक में जीते थे पदक
रियो ओलंपिक 2016
पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 में महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता। वह ओलंपिक में बैडमिंटन में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। सिंधु ने फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ खेला, जिसमें उन्हें 19-21, 21-12, 21-15 के सेटों में हार का सामना करना पड़ा।
टोक्यो ओलंपिक 2020
सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस पदक के साथ, वह लगातार दो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं।
सिंधु ने चीन की ही बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 के सीधे सेटों में हराया।
पेरिस ओलंपिक 2024
पेरिस ओलंपिक 2024 में सिंधु का सफर राउंड ऑफ 16 में समाप्त हो गया। उन्हें चीन की ही बिंगजियाओ के खिलाफ 21-19, 21-14 के सेटों में हार का सामना करना पड़ा।