होंगझोऊ। एशियन गेम्स में भारत के खाते में एक और गोल्ड मेडल आया है। टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने रुतुजा भोंसले के साथ मिश्रित युगल का मैच जीतकर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है। रोहन बोपन्ना और रुतुजा ने मिश्रित युगल के फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे के सुंग हाओ और एन शुओ की जोड़ी को हराकर एशियन गेम्स में एक और गोल्ड मेडल जीता। चीनी ताइपे की जोड़ी को रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोंसले पहले सेट में 2-6 से हारे और फिर दूसरे सेट में 63 (10-4) से ताइपे की जोड़ी को हरा दिया। इससे पहले टेनिस के पुरुष युगल मुकाबले में भारत के ही रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी ने मिलकर सिल्वर मेडल जीता था। इस गोल्ड के साथ ही अब तक भारत के 9 गोल्ड मेडल हो चुके हैं।
रोहन बोपन्ना 42 साल के हैं और इतनी उम्र में जब बाकी खिलाड़ी आमतौर पर दमखम खो देते हैं, उन्होंने अपने मैच में जबरदस्त टेनिस का प्रदर्शन किया। मैच में रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोंसले ने शुरुआत तो धीमी की और पहला सेट गंवा दिया। इसके बाद बोपन्ना और रुतुजा ने शानदार खेल दिखाया। उन्होंने चीनी ताइपे की जोड़ी के खिलाफ दूसरा सेट 6-3 से जीत लिया। दूसरे सेट में सुपर ट्राइ ब्रेक हुआ क्योंकि दोनों ही जोड़ी ने एक-एक सेट जीता था। इस सुपर टाइ ब्रेक को रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोंसले ने 10-4 से अपने नाम कर लिया।
रोहन बोपन्ना के साथ मिश्रित युगल का एशियन गेम्स मैच खेल रहीं रुतुजा को बहुत फायदा हुआ। अनुभवी बोपन्ना के मार्गदर्शन में रुतुजा ने कई अच्छे शॉट खेले और कोर्ट में दौड़-दौड़कर चीनी ताइपे की जोड़ी के रिटर्न्स को वापस किया। रोहन बोपन्ना दूसरी बार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी बने हैं। उन्होंने 2018 के एशियन गेम्स में पुरुष युगल की प्रतियोगिता जीती थी। तब उनका साथ दिविज शरण ने दिया था।