नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का विवाद नया रंग लेता दिख रहा है। इस मामले में केंद्र सरकार का खेल मंत्रालय एक्टिव हो गया है। विवाद के बीच खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया। यूपी में होने जा रही नेशनल प्रतियोगिता को भी फिलहाल रद्द कर दिया गया है। इस मामले में पहले ही 7 सदस्यों की जांच कमेटी बनाई जा चुकी है। इस कमेटी से 4 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है। तब तक डब्ल्यूएफआई के चीफ और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कामकाज पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है।
डब्ल्यूएफआई के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को खेल मंत्रालय ने अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड करने का गंभीर कदम उठाया है। विनोद तोमर ने खुलकर बृजभूषण शरण सिंह का साथ दिया था। तोमर ने बाकायदा बयान जारी कर उनका पक्ष लिया था। उन्होंने कहा था कि डब्ल्यूएफआई के ज्यादातर लोग बृजभूषण के साथ हैं। तोमर ने ये भी कहा था कि व्यक्तिगत तौर पर उनको खिलाड़ियों के आरोप सही नहीं लगते। विनोद तोमर ने ये भी कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह अब भी डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष हैं और वो मीडिया के सामने आकर इस मुद्दे पर खुद बात करेंगे।
बता दें कि विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया समेत 30 पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह को हटाने के लिए बीते बुधवार से दो दिन तक धरना दिया था। पहलवानों ने बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न समेत कई आरोप लगाए थे। पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से कई दौर की बातचीत भी हुई थी। जिसके बाद जांच कमेटी का गठन कर रिपोर्ट आने तक बृजभूषण शरण सिंह को कामकाज करने से रोकने का फैसला हुआ था। अब खेल मंत्रालय ने विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिखा दिया है कि वो इस मामले में पहलवानों के आरोपों को गंभीरता से ले रहा है।