News Room Post

Rishabh Pant Accident: एक्सीडेंट के बाद ऋषभ पंत की मदद करने वाले लोगों को उत्तराखंड सरकार ने किया पुरस्कृत करने का ऐलान

नई दिल्ली। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत की मदद करने वाले लोगों को पुरस्कृत करने का ऐलान किया है। उत्तराखंड पुलिस ने कहा कि सड़क हादसे में घायल हुए किसी भी पीड़ित के लिए पहला एक घंटा गोल्डन होता है। अगर उसे एक घंटे के दरम्यान अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती करवा दिया जाता है, तो उसके ठीक होने की संभावना प्रबल हो जाती है। ऋषभ पंत की स्थिति में भी कुछ ऐसा ही हुआ। बता दें कि ऋषभ पंत जब हादसे का शिकार हुए, तो मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें देहरादून स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया। डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद अब उनकी हालत स्थिर बताई गई है। हालांकि, अभी-भी उनका उपचार जारी है। वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पंत के उपचार में आने वाले सभी खर्चों को राज्य सरकार द्वारा उठाए जाने का ऐलान किया है।

उधर, उत्तराखंड पुलिस ने पंत की मदद करने के लिए आगे आए लोगों को पुरस्कृत करने का ऐलान किया है। उत्तराखंड पुलिस ने खुद ट्लीट कर इसकी जानकारी दी है। ट्वीट में  हरियाणा रोडवेज के चालक एवं परिचालक सहित अन्य स्थानीय लोगों को पुरस्कृत करने का ऐलान किया गया है। मौके पर मौजूद रोडवेज बस के ड्राइलर ने पंत की मदद की थी। हादसे के वक्त मौके पर कई लोग मौजूद, जिनमें से कई लोगों ने मीडिया के समक्ष हादसे की पूरी जानकारी दी। हालांकि, प्राथमिक उपचार के बाद अब पंत की हालत स्थिर बताई जा रही है। पीएम मोदी ने भी पंत के जल्द ठीक होने क कामना की है। इसके अलावा पीएम मोदी ने पंत की मां क फोन कर हिम्मत दी है। पंत के सभी प्रशंसक उनके जल्द से जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे हैं।

आपको बता दें कि पंत अपने घर रूड़की अपनी मां को सरप्राइस देने जा रहे थे। तभी उनकी कार अनियंत्रित होने की वजह से डिवाइडर से टकरा गई थी। जिससे उनकी गाड़ी में आग लग गई, लेकिन पंत कार का शीशा तोड़कर बाहर आ गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद अब उनकी हालत स्थिर है। पंत के घुटनों में चोट आई है, जिसको ठीक होने में कम से कम 6 से 8 माह का समय लग सकता है। उधर, खिलाड़ी का एक्स रे और एमआरआई जांच की जा चुकी है, लेकिन रिपोर्ट मीडिया में सार्वजनिक नहीं की गई है।

Exit mobile version