नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी वरुण एरोन ने आज क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। भारतीय क्रिकेट टीम में बतौर तेज गेंदबाज अपनी जगह बनाने वाले वरुण ने अक्टूबर 2011 में डेब्यू करते हुए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय मैच खेला था। वनडे में पदार्पण के एक महीने बाद नवंबर 2011 में वरुण ने टेस्ट डेब्यू किया था। वरुण ने भारत के लिए 9 वनडे और 9 टेस्ट मैच खेले। वरुण ने इंटरनेशनल करियर में 29 विकेट अपने नाम किए हैं जिसमें वनडे में 11 और टेस्ट में 18 विकेट शामिल हैं।
चोटों के कारण वरुण का करियर बहुत लंबा नहीं चल सका। वरुण पिछले काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे हालांकि इस दौरान वो घरेलू मैच खेल रहे थे। वरुण ने अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इससे पहले आखिरी बार नवम्बर 2014 में वरुण श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल वनडे मैच में टीम का हिस्सा थे। वो झारखंड की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। वरुण का नाम सबसे पहले 2010-11 में हुई विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान चर्चा में आया था जब उन्होंने इस टूर्नामेंट में 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको चौंका दिया था। वरुण को हालांकि भारत की तरफ से एक भी टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन वरुण ने आईपीएल में अपना जलवा जरूर दिखाया है। वरुण ने आईपीएल में कुल 52 मैच खेल जिसमें उन्होंने 33.66 के औसत से कुल 44 विकेट अपने नाम किए।
अपने संन्यास का ऐलान करते हुए वरुण ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, मैंने पिछले 20 सालों से तेज गेंदबाजी के रोमांच को अच्छी तरह से जिया है। मेरा यह सफर परिवार, दोस्तों, सपोर्ट स्टाफ और आप सभी के बिना पूरा नहीं हो सकता था इसके लिए मैं अपने सभी फैंस का शुक्रिया अदा करता हूं। मुझे अपने करियर के दौरान कई खतरनाक इंजरी से जूझना पड़ा उससे उबरने में मदद करने के लिए मैं नेशनल क्रिकेट अकेडमी के फीजियो, ट्रेनर्स और कोचों का भी शुक्रिया अदा करता हूं। तेज गेंदबाजी मेरा पहला प्यार है चाहे मैं मैदान में रहूं या नहीं, लेकिन यह हमेशा मेरा हिस्सा रहेगी।