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Virat steps down as captain: अब विराट कोहली ने छोड़ी टेस्ट कप्तानी भी, सोशल मीडिया पर बयां किया अपना हाल-ए-दिल  

virat kohli

नई दिल्ली। क्रिकेट जगत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि विराट कोहली ने टेस्ट मैच की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबा नोट लिखकर इस बात की जानकारी अपने प्रशंसकों के बीच में साझा की है। उन्होंने अपने सात साल के कप्तानी के सफर को बेहद शानदार करार दिया है। बता दें कि इससे पहले बीसीसीआई ने उन्हें वनडे के कप्तानी पद से हटा दिया था, जिसके बाद कई मौकों पर वे अपना दिल-ए-दर्द भी बयां करते हुए नजर आए थें। इससे पहले उन्होंने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और अब उन्होंने टेस्ट मैच की कप्तानी भी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। अब ऐसे में उनके प्रशंसकों के जेहन में इस बात को जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि आखिर अब उनका अगला कदम क्या रहता है।

विराट ने सोशल मीडिया नोट्स पर लिखा 

वहीं, अपने टैस्च मैच की कप्तानी छोड़ने का ऐलान करने के साथ ही विराट कोहली ने सोशल मीडिया पर लंबा नोट लिखकर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने अपने तक के सफर को हर्फों में बयां किया। उन्होंने कहा कि, मैंने सात साल की मेहनत से टीम को सही दिशा में लेने की दिशा में ले जाने की कोशिश की। मैंने टीम की उन्नति के लिए पूरी ईमानदारी से काम किया। दिन रात टीम की बेहतरी के बारे में भी मेरे जेहन में ख्याल आते थे। मैंने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी थी। हर चीज का एक दिन रूकना तय होता है और अब मेरे लिए टैस्ट मैच की कप्तानी छोड़ने का यह सही वक्त है। उन्होंने आगे कहा कि इस सात साल के दौरान मैंने कई उतार चढ़ाव देखे, लेकिन मैंने अपनी कोशिश में कभी कोई कमी नहीं आने दी।

बीसीसीआई ने ट्वीट कर कही ये हात 

इसके साथ ही बीसीसीआई ने भी विराट कोहली की टैस्ट मैच से कप्तानी छोड़ने पर कहा कि, ‘BCCI टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को उनकी प्रेरणादायी नेतृत्व क्षमता के लिए बधाई देती है जिसने टीम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने भारत की 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिसमे से 40 टीम इंडिया ने जीते।’

2014 में बने थे कप्तान 

बता दें कि एकाएक महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट मैच में संन्यास लेने के बाद विराट कोहली को टैस्ट मैच का कप्तान बनाया गया था। उन्होंने अपने कप्तान काल में टीम की इंडिया की झोली में अप्रितम सफलताओं की बौछार की। उन्होंने अपनी कप्तानी के दौरान  टैस्ट मैच में फर्श से लेकर अर्श तक पर पहुंचाने का काम किया। विराट की अगुवाई में भारतीय टीम 40 मैच जीतने में सफल रही थी। वहीं, 18 में हार का सामना भी करना पड़ा था। जिसमें से 11 मैच ड्रॉ भी हुए। विराट कोहली की जीत फीसद 58 फीसद से भी ज्यादा का रहा था। विराट कोहली की अप्रितम प्रतिभा को देखते हुए उन्हें भारत ही नहीं, बल्कि उन्हें एशिया का सर्वश्रेष्ठ कप्तान कहना अधिक उचित रहेगा। उन्होंने अपनी अगुवाई के दौरान हर विषम परिस्थितियों को मैदान में अपने अनुकूल कर दिखाया। उन्होंने कप्तान का लोहा महज भारतीय सरजमीं पर ही नहीं, बल्कि विदेशी सरमजीं पर भी बजा। उन्होंने विदेशी सरजमीं अपनी अगुवाई के दौरान 16 टैस्ट मैच जितवाए थे।

अपने नाम किया ऐसा रिकॉर्ड

यह कहना गलत नहीं होगा कि ऑस्ट्रेलिया में टैस्ट सिरीज जीतने का रिकॉर्ड बनाने वाले विराट कोहली एकमात्र कप्तान रहे। विराट ने अपनी कप्तानी में इंग्लैंड की टीम को भी 2-1  से पीछे छोड़ दिया था। हालांकि, इस सिरीज का आखिरी मैच अब तक हो जाता है, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह अब आगामी जुलाई में इसे कराने की तैयारी है।

 

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