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Arshdeep Singh: क्यों अर्शदीप के सामने इन शानदार गेंदबाजों को मैनेजमेंट ने किया नजरअंदाज, जानिए कौन हैं वो तीन खिलाड़ी

नई दिल्ली। भारतीय टीम को इस महीने के 20 सितंबर से ऑस्ट्रेलिया के साथ 3 मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से भी इतने ही मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है। इन दोनों ही देशों के साथ ये टी-20 सीरीज का भारतीय टीम को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 विश्व कप में काफी फायदा मिल सकता है। बीते दिनों भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारत की 15 सदस्यीय टीम का भी ऐलान कर दिया है।  जब टीम मैनेजमेंट ने ये 15 सदस्यीय टीम को टी-20 विश्व कप 2022 के लिए चयन किया, तो इसके बाद कुछ गेंदबाजों को टीम में शामिल ना करने पर कई जगह इसका विरोध भी हुआ था। इसके अलावा कुछ नेताओं ने तो इस मुद्दे पर राजनीति करके धर्म से भी जोड़ दिया। लेकिन आज हम आपको ऐसे तीन भारतीय गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वाकई अर्शदीप की जगह और ज्यादा असरदार साबित हो सकते थे।

मोहम्मद शमी

एशिया कप 2022 में भारतीय टीम का प्रदर्शन गेंदबाजी के लिहाज से काफी निराशाजनक रहा था। उस वक्त टीम में सिनियर भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के चलते टीम से बाहर हुए थे। ऐसे में उस समय सबको मोहम्मद शमी की सबसे याद आई। मोहम्मद शमी टीम के सिनियर गेंदबाज हैं और बीते कई समय से टीम के लिए वनडे और टेस्ट मैचों में गेंदबाज के तौर पर अहम भूमिका निभा रहे हैं। हांलाकि उनका टी-20 करियर उतना असरदार नहीं रहा जितना कि होना चाहिए। फिर भी यदि टी-20 विश्व कप में टीम उन्हें अपने स्क्वॉड में शामिल करती तो जरूर ही वो अपने अनुभव का फायदा उठाकर टीम के लिए मुश्किल वक्त में अहम भूमिका निभा सकते थे।


दीपक चाहर

भारतीय गेंदबाजी के लिहाज से आईपीएल की सबसे बड़ी खोज के रूप में बीते कुछ समय से दीपक चाहर जमकर उभरे हैं। दीपक के पास मैच के पहले समय में और किसी भी मुश्किल वक्त में विकेट निकालने की क्षमता है। इस बात को उन्होंने कई बार साबित भी किया है। इसके अलावा वो मुश्किल वक्त में टीम के लिए रन बनाने में भी सक्षम हैं। इस बात को उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सीरीज में साबित भी किया था। हांलाकि वो टीम स्क्वॉड में स्टैंडबाय के रूम में शामिल है, लेकिन वो तब तक टीम में नहीं खेल सकते जब तक कि कोई अन्य गेंदबाज चोटिल ना हो जाता।

मोहम्मद सिराज

मोहम्मद सिराज ने टीम के लिए ज्यादातर वनडे और टेस्ट मैच खेलते है और यहां पर उनकी गिनती टीम के अहम गेंदबाजों में भी होती है। अगर बात करें टी-20 मैच की तो यहां पर उन्होंने कुल 5 मैचों में 10 से उपर की इकोनामी से 5 विकेट अपने नाम किए हैं। हालांकि ये प्रदर्शन टी-20 के लिहाज से बेहतर नहीं माना जा सकता है, लेकिन सिराज में वो गेंदबाजी के वो गुण मौजूद हैं, जहां पर वो कुछ ही पल में अपनी धारधार गेंदबाजी से मैच का रुख बदलने का माद्दा रखते हैं। ऐसे में उनकी मौजूदगी भी टीम के संतुलन के लिए बेहतर हो सकती थी।

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