लंदन। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले चैटबॉट ‘चैटजीपीटी’ ChatGPT के मुकाबले अपना सॉफ्टवेयर ‘बार्ड’ BARD लॉन्च करने से पहले ही गूगल Google को 100 अरब डॉलर का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। बार्ड की एक गलती की वजह से गूगल चलाने वाली मुख्य कंपनी अल्फाबेट के शेयर्स में बुधवार को जबरदस्त गिरावट आ गई। कंपनी के शेयर 8 फीसदी तक गिर गए। गूगल के लिए बुरी खबर माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से भी आई है। खबर है कि माइक्रोसॉफ्ट भी नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला सर्च इंजन ला रहा है। इससे चैटजीपीटी से टक्कर लेने की कोशिश कर रहे गूगल को माइक्रोसॉफ्ट से भी बड़ी चुनौती मिलने जा रही है।
Google’s new, highly touted AI chatbot Bard shared inaccurate information in a promotional video and a company event failed to dazzle, feeding worries the tech giant is losing ground to rival Microsoft https://t.co/cgWSh3QEYf pic.twitter.com/ZcwFz72k5R
— Reuters (@Reuters) February 9, 2023
गूगल बुधवार को अपने चैटबॉट बार्ड का प्रदर्शन कर रहा था। इस दौरान एक शख्स ने सवाल पूछा कि जेम्स वेब टेलीस्कोप ने कौन सी नई खोज की है? बार्ड ने इस पर दो सही जवाब दिए, लेकिन एक जवाब गलत हो गया। बार्ड ने इस शख्स को गलत जानकारी दी कि जेम्स वेब टेलीस्कोप ने हमारे सौर मंडल के बाहर किसी ग्रह की पहली तस्वीर ली है। जबकि, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के टेलीस्कोप से साल 2004 में ही हमारी आकाशगंगा के बाहर एक ग्रह की फोटो ली जा चुकी है। इस तरह जेम्स वेब टेलीस्कोप के बारे में गूगल के बार्ड ने गलत जानकारी दी। इसकी खबर फैलते ही गूगल के शेयर्स की कीमतें गिरने लगीं।
अब आपको बताते हैं कि चैटजीपीटी और बार्ड आखिर क्या हैं। ये दोनों टूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए काम करते हैं। दावा है कि दोनों से ही आप हर चीज के बारे में सटीक जानकारी जुटा सकते हैं। चैटजीपीटी में अभी साल 2021 तक की जानकारियां ही हासिल की जा सकती हैं। बार्ड को गूगल ऐसा बना रहा है कि उसमें हमेशा नई जानकारी मिलेगी। चैटजीपीटी से आप कहानी भी लिख सकते हैं और मीडिया हाउस खबरें भी बनवा सकते हैं। इस तरह चैटजीपीटी और बार्ड को भविष्य का सर्च इंजन माना जा रहा है। सर्च इंजन के अलावा ये दोनों तमाम काम भी कर सकते हैं। इससे भविष्य में नौकरियों का स्वरूप भी बदल सकता है।