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Google Gemini On PM Modi: गूगल ने Gemini Chatbot में सुधारी गलती, पीएम मोदी के बारे में दे रहा था आपत्तिजनक जानकारी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के सख्त रुख के बाद गूगल ने अपने Gemini Chatbot में पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में पूछे गए सवाल के आपत्तिजनक जानकारी को तत्काल सुधारा है। अपने बयान में गूगल ने कहा है कि उसने मुद्दे को सुलझाने के लिए तत्काल एक्शन लिया। गूगल ने अपनी सफाई में कहा है कि जेमिनी चैटबॉट ताजा मामलों और राजनीतिक मसलों पर हमेशा सही नहीं भी हो सकता है। गूगल ने हाल ही में अपने बार्ड एआई मॉडल को जेमिनी नाम दिया था, लेकिन वो विवाद में आ गया।

पीएम मोदी के बारे में एक जानकारी मांगे जाने पर गूगल के जेमिनी ने आपत्तिजनक जवाब दिया था। जेमिनी के इस जवाब का स्क्रीनशॉट एक एक्स यूजर ने सोशल मीडिया पर भी डाला था। इसके बाद पोस्ट वायरल हुआ। इस पर मोदी सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर की नजर भी गई। उन्होंने इस पोस्ट को शेयर करते हुए कहा था कि गूगल के एआई जेमिनी के इस जवाब से कई कानूनों का उल्लंघन हुआ है। राजीव चंद्रशेखर ने लिखा था कि मोदी के बारे में आपत्तिजनक जानकारी आईटी नियम के 3(1)(बी) का उल्लंघन है। साथ ही क्रिमिनल कोड का भी इससे उल्लंघन होता है। गूगल को केंद्र सरकार नोटिस भी भेजने वाली है। उससे पहले गूगल ने गलती सुधारने का बयान जारी किया है। अब मंत्री ने कहा है कि हमारे डिजिटल नागरिक किसी प्लेटफॉर्म पर प्रयोग का हिस्सा नहीं हो सकते। राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि सुरक्षा और भरोसा ही इन प्लेटफॉर्म की कानूनी बाध्यता है। उन्होंने कहा है कि सॉरी और बिना भरोसा वाला बताने से कानून के दायरे से बाहर नहीं हुआ जा सकता।

जेमिनी से पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलिंस्की के बारे में एक ही सवाल पूछा गया था, लेकिन चैटबॉट ने अलग-अलग जवाब दिया। ट्रंप और जेलिंस्की मामले में गूगल जेमिनी का जवाब कूटनीतिक था। वहीं, मोदी के बारे में उसका जवाब सीधा था। इस पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी थी कि गूगल का एआई चैटबॉट अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए अलग रवैया और अन्य देशों के लिए दूसरा रवैया अपना रहा है। गूगल ने ऐसा ही विवाद सामने आने पर जेमिनी पर पिक्चर जेनरेशन को भी डिसेबल किया था।

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