नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक गूगल लगातार नए-नए खोज करती रहती है। अब गूगल एक्स Google X ने तारा चिप Taara Chip पेश की है। तारा चिप सिलिकॉन बेस्ड नई फोटोनिक्स डिवाइस है। कहा जा रहा है कि तारा चिप के इस्तेमाल से इंटरनेट की दुनिया में नई क्रांति आ जाएगी। तारा चिप के बारे में पता चला है कि एक नाखून के बराबर इसका आकार है, लेकिन दिखने में छोटी होने के बावजूद ये अपने काम को शानदार ढंग से करती है। तारा चिप प्रकाश के जरिए काम करती है। लाइट बीम के जरिए गूगल एक्स की तारा चिप हाईस्पीड इंटरनेट देने में सक्षम है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तारा चिप के कई फील्ड टेस्ट हुए। इन फील्ड टेस्ट में देखा गया कि गूगल एक्स की तारा चिप 1 किलोमीटर दूर प्रति सेकेंड 10 गीगाबिट की रफ्तार से इंटरनेट के जरिए डेटा भेज सकती है। तारा चिप के जरिए गूगल का इरादा बड़ा नेटवर्क बनाने की है। मीडिया के मुताबिक गूगल एक्स की इस तकनीक में जमीन के नीचे केबल बिछाने की जगह प्रकाश की किरण के जरिए बिना फाइबर के इंटरनेट दिया जा सकेगा। इससे ये और भी बेहतर होगी। जानकारी के मुताबिक तारा चिप किसी डेटा को एनकोड की हुई प्रकाश किरण के जरिए दो बिंदुओं के बीच भेजती है। खास बात ये भी है कि तारा चिप का रेडियो फ्रीक्वेंसी से कोई लेना-देना नहीं है। ये 5जी या अन्य वायरलेस नेटवर्क में हस्तक्षेप के बगैर काम कर सकती है।
गूगल एक्स ने तारा चिप बनाने से पहले तारा लाइटब्रिज नाम का सिस्टम भी तैयार किया था। तारा चिप उस सिस्टम से बहुत ही छोटा है। पहले तारा लाइटब्रिज के जरिए गूगल एक्स ने 20 गीगाबिट प्रति सेकेंड की रफ्तार से डेटा ट्रांसमिट किया था। बताया जा रहा है कि अगले साल यानी 2026 में गूगल इस तारा चिप को बाजार में उतार सकती है। गूगल एक्स ने तारा चिप की मदद से संभावित काम का पता लगाने के लिए शोध करने वालों को न्योता भी दिया है।