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Sanjay raut: भड़के संजय राउत की BJP को धमकी, कहा- पार्टी के सभी नेताओं को जेल में डलवा दूंगा, मैं नहीं डरता हूं

नई दिल्ली। यूं तो किसी न किसी मसले को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत बीजेपी पर हमलावर बने ही रहते हैं, लेकिन आज यानी की सोमवार को उनका रौद्र रूप सियासी गलियारों में काफी सुर्खियों में रहा। बात यहां तक पहुंच गई कि उन्होंने बीजेपी के सभी नेताओं को सलाखों के पीछे भेजने तक की धमकी दे डाली। उन्होंन यहां तक कहा कि वे किसी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने तो यहां तक कहने से कोई गुरेज नहीं किया गया जो लोग सोच रहे हैं कि अनिल देशमुख के बगल के बैरक में मुझे में रखवाएंगे। मैं उनसे साफ किए देता हूं कि अनिल देशमुख के बैरक के बगल में ही, मैं बीजेपी नेताओं को सलाखों के पीछे में रखवाऊंगा। आप देख लेना। अब सवाल यह है कि आखिर वे बीजेपी पर इतना क्यों भड़के, तो माना जा रहा है कि बीते दिनों केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी पत्नी से किसी आर्थिक गतिविधियों को लेकर लंबी पूछताछ की थी जिस पर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की थी। लेकिन आज इसे लेकर उनका पारा इस कदर गरमा गया कि बात सलाखों तक ही पहुंच गई। बता दें कि बीते दिनों ईडी ने संजय राउत के संदर्भ में 55 लाख रूपए के संदर्भ में लंबी दौर की पूछताछ की थी, जिसे लेकर बीजेपी के नेताओं ने उन पर निशाना साधा था। उन्होंने बीजेपी नेताओं को राजद नेता लालू प्रसाद यादव का हवाला देकर सलाखों के पीछे भिजवाने की बात कही थी।

इसके साथ ही संजय राउत ने आगे कहा कि बीजेपी के कई नेताओं को ऐसा लग रहा होगा कि राउत डर गया है, लेकिन मैं उनसे साफ कह देना चाहता हूं कि हम डरे नहीं हैं। हम हर परिस्थिति का दट कर सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बीजेपी नेताओं के संदर्भ में यह भी कहा कि तुम लोग शिवसेना का कुछ नहीं उखाड़ पाओगे। मैं तो यह साफ कह देना चाहता हूं कि तुम लोगों जो करना है, कर लो। लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि तुम लोग कुछ नहीं कर पाओगे। बहरहार, वैसे तो राउत किसी न किसी मसले को लेकर बीजेपी पर हमलावर रहते ही हैं, लेकिन आज उन्होंने जिस तरह पार्टी नेताओं को निशाने पर लेकर उन्हें सलाखों के पीछे में भिजवाने की बात कही है, उसे लेकर पार्टी महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है।

अब ऐसे में आगे चलकर यह पूरा  मामला क्या रूख अख्तियार करता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन शायद आपको यह तो पता ही होगा कि पहले कभी शिवसेना और बीजेपी कभी एक-दूसरे के अहले यार हुआ करते थे, लेकिन सत्ता की तलब दोनों को एक-दूसरे से अलहदा कर गई। आप यह समझ लीजिए कि जब से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी है, तभी से शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधना अपना मूल कर्तव्य समझ लिया है।

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