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Bihar Holiday Controversy : हिंदू त्योहारों पर कटौती से भड़की बीजेपी, मुस्लिम तुष्टिकरण की हद पार कर गए नीतीश कुमार ?

बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन की सरकार पर राज्य में विपक्षी पार्टी बीजेपी अक्सर हिंदू विरोधी फैसले लेने का आरोप लगाती है और अब एक बार फिर बिहार सरकार के हिंदू त्योहारों से जुड़े एक फैसले पर सूबे में सियासी घमासान मचा दिया है । असल में सरकार ने बिहार के तमाम सरकारी स्कूलों में कम से कम 220 दिन पढ़ाई कराने के लिए ईद, बकरीद और मुहर्रम के लिए छुट्टियों के दिन बढ़ा दिए हैं जबकि हिंदुओं के पर्व त्योहारों पर छुट्टियां कम कर दी हैं । जहां बकरीद पर पहले दो दिन की छुट्टी मिलती थी, वहीं अब 2024 के कैलेंडर में दोनों त्योहारों पर स्कूल 3-3 दिन बंद रहेंगे । गर्मी की छुट्टियों को दस दिन के लिए बढ़ा दिया गया है । पहले 20 दिन मिलने वाली समर वैकेशन अब 30 दिनों की होगी जबकि हिंदू त्योहारों में छुट्टियों में कटौती कर दी गई है लेकिन इससे भी ज्यादा विवादित ये है कि साप्ताहिक छुट्टियों के दिनों में भी बदलाव किया गया है । बिहार के उर्दू स्कूलों में रविवार की जगह जुमा यानी शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश घोषित किया गया है । जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन वाली बिहार सरकार के इस फैसले पर बीजेपी बुरी तरह बिफर पड़ी । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मोहम्मद नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाने पर तुले हैं । बीजेपी के राज्यसभा सांसद और नीतीश कुमार के ही नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी ने भी नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोला । दरअसल, सोमवार शाम को बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने साल 2024 के लिए सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया था जिसके बाद ये सियासी बवाल शुरू हुआ । यहां आपको ये भी बता दें कि बिहार मुसलमानों के लिए शुक्रवार के दिन सरकारी साप्ताहिक अवकाश घोषित करने वाला संभवत: देश का पहला राज्य बन गया है । सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में सरकारी स्कूलों समेत तमाम सरकारी संस्थानों में रविवार को साप्ताहिक छुट्टी होती है । लेकिन अगले साल की छुट्टी के लिए बिहार सरकार ने अलग व्यवस्था की है । बिहार सरकार की ये जुमे के दिन वाली छुट्टी सिर्फ उर्दू स्कूलों और मकतबों तक सीमित नहीं है बल्कि अब अगर कोई सरकारी स्कूल मुस्लिम इलाके में है तो वहां भी रविवार की जगह शुक्रवार की ही छुट्टी होगी । हालांकि इसके लिए डीएम के ऑर्डर की औपचारिकता पूरी करनी होगी । वैसे बिहार में ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है । इससे पहले भी किशनगंज समेत कुछ दूसरे मुस्लिम बहुल इलाकों में बिना सरकारी आदेश के ही रविवार से बदलकर शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश घोषित कर दिया गया था । मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने कहा कि वो इसकी जांच कराएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन अब सरकार ने खुद ही आदेश जारी कर दिया कि इलाका अगर मुसलमानों का है तो वहां रविवार को नहीं शुक्रवार को छुट्टी होगी ।

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