बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को विधानसभा में आरक्षण को लेकर जब जनसंख्या पर बात करनी शुरू की तो ऐसा लगा जैसे वो कोई दो टके का नोवल पढ़कर आए हों । नीतीश कुमार से ये उम्मीद किसी ने नहीं की होगी कि वो जनसंख्या के मुद्दे को सेक्स एजुकेशन से जोड़कर इस हद तक गिरी हुई भाषा बोलने लगेंगे । उनको सुशासन बाबू कहा गया, उनके काम करने के तरीकों की लोग दुहाई देते थे । इंडी अलायंस बनाने में नीतीश कुमार की कितनी बड़ी भूमिका थी ये आप भी जानते हैं, उनके पीछे पूरा विपक्ष खड़ा हो गया लेकिन मंगलवार को विधानसभा और विधान परिषद में नीतीश कुमार ने जिस तरह से भाषाई मर्यादा तोड़ी है उसके बाद पूरे देश में लोग थू-थू कर रहे हैं, और खासतौर पर महिलाओं को ये लग रहा है कि नीतीश कुमार को इस उम्र में आखिर ये हुआ क्या है । नीतीश कुमार के सेक्स एजुकेशन वाली वो बाइट मुश्किल से 40 से 50 सेकेंड की है लेकिन कल से ही जितने भी न्यूज चैनल वो बाइट दिखा रहे हैं उन्हें उसमें इतनी बीप लगानी पड़ी है कि आपको वो सुनने के बाद ये समझ ही नहीं आएगा कि नीतीश कुमार क्या कह रहे हैं । सोशल मीडिया पर अगर आप थोड़ा भी एक्टिव रहते हैं तो आपने अबतक नीतीश कुमार का ये वायरल बवाली वीडियो जरूर देख लिया होगा । आज सीएम नीतीश जब मीडिया के सामने आए तो उन्होंने अपने इस विवादित बयान पर माफी भी मांगी । उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैंने तो बस महिलाओं की शिक्षा की बात की थी । मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया । अगर बयान गलत लगा तो मांफी मांगता हूं । मैं अपना बयान वापस लेता हूं । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निंदा करने वालों का अभिनंदन करता हूं.’ राष्ट्रीय महिला आयोग और बीजेपी समेत कई पार्टियों की मांग के बाद नीतीश कुमार ने माफी मांगी है और इतना ही नहीं उन्होंने खुद ही अपनी निंदा भी की । बीजेपी ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला और कहा कि उनके दिमाग में बी-ग्रेड फिल्मों का कीड़ा घुसा हुआ है । जबकि बीजेपी की ही महिला एमएलसी निवेदिता सिंह नीतीश कुमार के बयान के बाद सदन से बाहर आकर रोने लगीं । नीतीश कुमार के इस बयान का विरोध चारों तरफ हो रहा है । महिला आयोग से लेकर आम लोगों तक सभी उनकी निंदा कर रहे हैं । सोशल मीडिया पर लोग उनके इस वल्गर बयान पर काफी भड़के हुए हैं । लोगों का कहना है कि उन्होंने ये बात गलत तरीके से कही । कुछ लोग बयान को अश्लील बता रहे हैं जबकि कुछ का कहना है कि एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री विधानसभा में खड़े होकर इस तरह का बयान भला कैसे दे सकता है ।