राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं । उनके साथ कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा पर निकले हुए हैं । नारा दिया गया है न्याय का हक मिलने तक । इससे पहले भी राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं लेकिन उनकी पार्टी के एक सांसद की भारत तोड़ो मानसिकता खुलकर सबके सामने आ गई है । ये हैं कर्नाटक से कांग्रेस के सांसद डीके सुरेश जो राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई हैं । उत्तर और दक्षिण के बीच इनके उस बयान से बवाल मच गया जिसमें देश को तोड़ने की मंशा छिपी है । दरअसल, डीके सुरेश ने दक्षिण भारत के लिए ‘अलग देश’ बनाने की डिमांड कर दी । उन्होंने कहा कि अगर अलग अलग टैक्स से इकट्टठा की गई धनराशि के वितरण के मामले में साउथ इंडियन स्टेट्स के राज्यों के साथ हो रहे कथित ‘अन्याय’ को ठीक नहीं किया गया तो दक्षिण के राज्य एक अलग राष्ट्र की मांग करने के लिए मजबूर हो जाएंगे । गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया था जिसके विरोध में विपक्ष के पास कहने को ज्यादा कुछ नहीं था तो कांग्रेस के ये माननीय डीके सुरेश उत्तर दक्षिण डिवाइड वाले फॉर्मुले पर उतर आए । उन्होंने कहा कि दक्षिण से मिले टैक्स को उत्तर भारत में बांटा जा रहा है और दक्षिण भारत को उसका वाजिब हिस्सा नहीं मिल रहा । बीजेपी ने सुरेश के इस बयान को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ‘फूट डालो और राज करो’ का रहा है । उनके सांसद डीके सुरेश फिर वही काम कर रहे हैं । वो उत्तर, दक्षिण को बांटना चाहते हैं । डीके सुरेश कर्नाटक की बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद हैं । उनका 1 अप्रैल 1966 को कर्नाटक के रामनगर जिले के कनकपुरा में हुआ था । उनकी सियासी पारी साल 2013 में शुरू हुई थी । 21 मई 2013 को हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने डीके सुरेश को उम्मीदवार बनाया था । इसे जीतकर वो पहली बार लोकसभा पहुंचे थे । तीन बार के सांसद डीके सुरेश ने 12वीं तक पढ़ाई की है । चुनाव आयोग में दाखिल उनके हलफनामे के मुताबिक वो किसान और कारोबारी हैं । हलफनामे में उनके पास 338 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का खुलासा हुआ था । हैरान करने वाली बात ये है कि 2014 में डीके सुरेश के पास 85.87 करोड़ रुपये की संपत्ति थी । इसका मतलब पांच साल में उनकी संपत्ति तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ गई । अब देश के टुकड़े-टुकड़े करने की सोच रखने वाले ऐसे नेताओं के बयानों पर जब राहुल गांधी खामोश रहते हैं तो उनकी भारत जोड़ो यात्रा पाखंड ही लगती है ।