बेरुत। लेबनान की राजधानी बेरुत समेत तमाम जगह मंगलवार को पेजर में हुए धमाकों में अब तक 11 लोगों की मौत की खबर है। मरने वालों में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के एक बड़े नेता का बेटा भी है। इसके अलावा लेबनान में ईरान के राजदूत समेत 2700 लोग पेजर में हुए धमाकों में घायल हुए हैं। तमाम घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हिजबुल्लाह ने पेजर को हैक कर उनमें विस्फोट की साजिश का इजरायल पर आरोप लगाया है। वहीं, अमेरिकी अफसरों के हवाले से ये जानकारी आ रही है कि ताइवान की गोल्ड अपोलो कंपनी से खरीदे गए 3000 पेजर में एक से दो औंस यानी करीब 3 ग्राम उच्च क्षमता का विस्फोटक लगाया गया था।
बताया जा रहा है कि मंगलवार को जब लेबनान में दोपहर 3.30 बजे थे, उस वक्त सभी 3000 पेजर पर एक मैसेज आया। इस मैसेज के आने के साथ ही पेजरों में धमाके होने लगे। चर्चा इसकी है कि इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के एजेंटों ने ताइवान की कंपनी से भेजे गए पेजरों में पहले ही विस्फोटक लगा दिए थे। इन पेजरों को हिजबुल्लाह ने इस साल अप्रैल और मई में खरीदा था। ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो से हिजबुल्लाह ने 3000 पेजर खरीदे थे। ये पेजर एपी900 जीपी मॉडल के थे। ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो ने पेजरों में धमाकों की घटना के बाद कहा है कि यूरोप के उसके एक डिस्ट्रीब्यूटर के लिए पेजर तैयार किए गए थे। माना जा रहा है कि उसी डिस्ट्रीब्यूटर के यहां पेजरों में विस्फोटक लगाया गया और फिर हिजबुल्लाह को सप्लाई किया गया।
लेबनान में पेजरों में हुए धमाकों से नए साइबर वॉर की आशंका भी जोर पकड़ रही है। चर्चा अब इसकी हो रही है कि कोई भी देश या आतंकी संगठन अपने दुश्मन के यहां मोबाइल फोन में भी इसी तरह विस्फोटक लगाकर वहां लोगों की जान ले सकता है। तमाम केस पहले हो चुके हैं, जब मोबाइल फोन की बैटरी में धमाका होने से लोगों की जान गई है। पेजर साइज में छोटा होता है इसलिए उसमें कम मात्रा में विस्फोटक था, लेकिन मोबाइल में ज्यादा विस्फोटक लगाकर बड़ी तबाही मचाने की कोशिश हो सकती है।