News Room Post

Canada Khalistan Protest : ब्रिटेन, अमेरिका के बाद अब कनाडा में खालिस्तान समर्थकों का हंगामा, महात्मा गांधी की मूर्ति को तोड़ने की कोशिश

नई दिल्ली। भारत में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल भागा भागा घूम रहा है लेकिन इसके बावजूद भी खालिस्तान की मांग करने वाले बवाल मचा रहे हैं पहले ब्रिटेन में फिर अमेरिका में फिर ऑस्ट्रेलिया में और अब कनाडा में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा के साथ खालिस्तान समर्थकों के द्वारा बदसलूकी करने की सूचना आ रही है। इसके अलावा यहां भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन में कई भित्तिचित्र बनाए गए हैं। कनाडा के ओंटारियो के हैमिल्टन शहर में सिटी हॉल के पास गुरुवार की सुबह-सुबह यह घटी। जिसके बाद हैमिल्टन पुलिस पूरी तरीके से एक्टिव हो गई है।

जानकारी के अनुसार एक लंबे समय से यह प्रतिमा यहां पर स्थापित है। बताया जा रहा है कि 2012 में महात्मा गांधी की प्रतिमा यहां स्थापित की गई थी। महात्मा गांधी की प्रतिमा छह फुट ऊंची है। इसे कांस्य से बनाया गया है। भारत सरकार ने कनाडा को उपहार में यह प्रतिमा दिया था। मूर्ति के चारों तरफ पेंट का स्प्रे कर दिया गया है। महात्मा गांधी की इस प्रतिमा में जो छड़ी है, उसमें खालिस्तान का झंडा लगा दिया गया है। इस घटना के बाद स्थानीय अधिकारी हरकत में आए। महात्मा गांधी की मूर्ति को साफ कर दिया गया। पूरे परिसर में फैले पेंट को भी साफ कर दिया गया। हैमिल्टन पुलिस ने यह कहा है कि उन्हें गुरुवार दोपहर इस संबंध में एक शिकायत मिली है। इस पूरे घटनाक्रम की सख्ती से इन्वेस्टिगेशन की जा रही है।

गौरतलब है कि इस प्रोडक्ट को लेकर हालांकि कनाडा सरकार सख्ती बरत रही है लेकिन इसके बावजूद भी प्रोटेस्ट थम नहीं रहे, इससे पहले फरवरी में ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में एक हिंदू मंदिर पर भी इसी तरह के पेंट किए गए थे। मंदिर की दीवार पर भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन में नारे लिए गए थे। आठ महीने के भीतर यह चौथी घटना है। वहीं, 30 जनवरी को ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर भी हमला किया गया था। रिचमंड हिल के विष्णु मंदिर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को पिछले साल जुलाई में विरूपित कर दिया गया था। कनाडा ऐसे कई भारत विरोधी घटनाओं का गवाह बन चुका है। ऐसी हर घटनाओं में खालिस्तान समर्थकों का ही हाथ होता है, जो भारत से अलग खालिस्तान की डिमांड में लगे है।

Exit mobile version