गाजा। आतंकी संगठन हमास के खिलाफ इजरायल की जंग के बीच गाजा में अल-शिफा अस्पताल बंद हो गया है। अस्पताल में ईंधन खत्म हो गया था। जिसकी वजह से मरीजों की देखभाल नहीं हो पा रही थी। गाजा पर इजरायल के हमले में घायल फिलिस्तीनी नागरिकों को भी अल-शिफा अस्पताल में ही लाया जा रहा था। उनके लिए भी जरूरी चीजें यहां नहीं थीं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने अल-शिफा में कामकाज पूरी तरह बंद होने का एलान किया है। इजरायल ने हालांकि, आम फिलिस्तीनी नागरिकों की मदद के लिए अल-शिफा अस्पताल में जेनरेटर चलाने के लिए ईंधन भेजा था, लेकिन हमास वालों पर आरोप है कि उन्होंने ईंधन न लेने के लिए अल-शिफा अस्पताल के प्रबंधन पर दबाव डाला। इसकी वजह से ईंधन नहीं पहुंच सका। इजरायल ने इससे पहले अल-शिफा अस्पताल में दाखिल बच्चों को निकालकर दूसरे अस्पताल भेजने का एलान भी किया था, लेकिन वो भी संभव नहीं हो सका। अल-शिफा अस्पताल के पास इजरायल ने हमास के कई ठिकानों पर पहले जबरदस्त बमबारी की थी।
गाजा में इससे पहले बाकी अस्पतालों में भी ईंधन खत्म हो गया था। इजरायल के विमानों की बमबारी में हमास के आतंकियों के साथ ही तमाम आम फिलिस्तीनी नागरिकों के भी घायल होने की जानकारी लगातार आ रही है। गाजा के अस्पतालों में दाखिल कई गंभीर मरीजों को बीते दिनों एंबुलेंस के जरिए पड़ोसी देश मिस्र भेजा भी गया था। इजरायल ने एलान किया है कि हमास को पूरी तरह मटियामेट करने तक गाजा में उसका सैन्य अभियान जारी रहेगा। इसकी कसम खुद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने खाई है। गाजा में पहले विमानों से इजरायल बमबारी कर रहा था। अब उसकी सेना भी गाजा में घुसकर हमास आतंकियों और उनकी सुरंगों को नष्ट कर रही है। समुद्र की तरफ से भी गाजा की घेराबंदी इजरायल ने कर रखी है। इससे हमास आतंकियों को बचकर भागने का मौका नहीं मिल रहा है।
इजरायल पर हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को भयानक आतंकी हमला किया था। इस आतंकी हमले में इजरायल के 1400 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 4500 से ज्यादा घायल हुए थे। वहीं, गाजा पर इजरायल के हमले से 18000 से ज्यादा लोगों के अब तक मारे जाने की खबर है। हजारों लोग घायल भी हुए हैं। इजरायल ने अब तक गाजा के उत्तरी हिस्सा छोड़कर दक्षिण में जाने के लिए फिलिस्तीनी नागरिकों को कई मौके दिए हैं। इजरायल का आरोप है कि इन नागरिकों को हमास वाले मानव ढाल बना रहे हैं और दक्षिण गाजा जाने से जबरन रोक भी रहे हैं।