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Balloon Controversy: जासूसी गुब्बारे प्रकरण पर अमेरिका ने चीन को लगाई फटकार, तो तिलमिलाया ड्रैगन, दे दी परिणाम भुगतने की धमकी

नई दिल्ली। चीन की विस्तारवादी नीति अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। भारत के कई भूभागों को शुरू से अपने क्षेत्रफल का हिस्सा बताने वाले चीन को कई मर्तबा भारत की तरफ से फटकार लगाई जा चुकी है। उधर अब जासूसी गुब्बारे प्रकरण को लेकर रही सही कसर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पूरी कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जासूरी गुब्बारे प्रकरण को लेकर चीन को कड़ी फटकार लगाई तो तिलमिलाए ड्रैगन ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे दी। आइए, आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

आपको बता दें कि बीते दिनों अमेरिका के वायुक्षेत्र में चीन का जासूसी गुब्बारा दिखा था। इस गुब्बारे के बारे में बताया गया था कि इसे अमेरिका की टोह लेने के ध्येय से अमेरिका के वायुक्षेत्र में भेजा गया है। जिस पर अमेरिका ने आपत्ति जताई थी और बाद में इसे मार गिराया था, जिस पर चीन ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी। अब इस पूरे प्रकरण को लेकर अमेरिका का विधिवत रूप से बयान आया। तो तिलमिलाए चीन ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे दी। आइए, आगे पहले पूरा माजरा विस्तार से बता देते हैं।

दरअसल, चीन की ओर से कहा गया है कि अगर अमेरिका की ओर से गुब्बारे प्रकरण को और ज्यादा बढ़ाने की कोशिश की गई, तो उसे इसके एवज में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। चीन ने कहा कि अमेरिका इसे मुद्दे का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि ड्रैगन का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीनी विदेशी मंत्री से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच हुई  मुलाकात के दौरान इस प्रकरण पर भी विस्तार से चर्चा हुई है। आइए, अब आगे यह जान लेते हैं कि आखिर इस पूरे प्रकरण के बाद अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया में क्या कहा है।

अमेरिका ने अपने बयान में कहा कि अगर कोई हमारी संप्रुभता के खिलाफ खड़ा होगा, तो हम हमेशा ही उसके विरोध में खड़े होंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि चीन 40 से भी ज्यादा देशों के वायुक्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ की है और अब एक बार फिर से ऐसी ही कोशिश की जा रही है। ऐसी सूरत में अगर उसकी तरफ से ऐसी कोशिश की गई, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों के बीच रूस यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठाया  गया। ध्यान रहे कि बीते दिनों अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। तब से ही दोनों देशों के तनाव का सिलसिला जारी है। इसी तनाव के बीच दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों के बीच  मुलाकात हुई है। अब ऐसे में इस मुलाकात का दोनों ही देशों के बीच क्या असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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