मिसीसागा। कनाडा में भारत विरोधी तत्व लगातार सिर उठा रहे हैं। ये भारत विरोधी तत्व मंदिरों को लगातार निशाना बना रहे हैं। पिछले साल से इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं, लेकिन कनाडा की सरकार भारत विरोधी तत्वों पर कार्रवाई नहीं कर रही। ऐसे में इनके हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं। कनाडा सरकार की तरफ से भारत विरोधी तत्वों पर कार्रवाई न होने का नतीजा एक बार फिर सामने आया है। इस बार कनाडा के मिसीसागा में राम मंदिर पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं। भारतीय उच्चायोग ने इस घटना की निंदा करते हुए भारत विरोधी नारे लिखने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
We strongly condemn the defacing of Ram Mandir in Missisauga with anti-India graffiti. We have requested Canadian authorities to investigate the incident and take prompt action on perpetrators.
— IndiainToronto (@IndiainToronto) February 14, 2023
मिसीसागा में हिंदू मंदिर को इस बार निशाना बनाने के बाद कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने फिर आवाज उठाई है। भारतीय उच्चायोग ने बयान जारी कर कहा है कि इससे भारतीय समुदाय को गहरी चोट लगी है। कनाडा के अफसरों से हमने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। अपराधियों पर कार्रवाई तेजी से करने का अनुरोध कनाडा की सरकार से किया गया है। बता दें कि कनाडा में पिछले दिनों भारतीय समुदाय और खालिस्तानी आमने-सामने भी आ चुके हैं।
इससे पहले कनाडा में महात्मा गांधी की प्रतिमा और ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर को भी भारत विरोधी तत्वों ने निशाना बनाया था। उस मंदिर की दीवारों को क्षतिग्रस्त करके भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। ब्रैम्पटन के मेयर ने उस वक्त घटना की निंदा की थी और कहा था कि कनाडा में किसी खास धर्म के खिलाफ ऐसा कुछ नहीं किया जा सकता। सितंबर 2022 में भी कनाडा में स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान के पक्ष में नारे लिख दिए गए थे। हर बार भारत विरोधी गतिविधियां होने पर कनाडा की सरकार और वहां के अफसर सख्त कार्रवाई की बात कहते हैं, लेकिन किसी को ऐसे मामलों में गिरफ्तार तक नहीं किया गया है।