नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। वॉयस ऑफ बांग्लादेश हिंदुस नामक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में एक हिंदू लड़के को प्रताड़ित करते हुए दिखाया गया है। आरोप है कि यह घटना मंदिर जाने के कारण हुई।
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़के को कुछ लोग घेरकर खड़े हैं। उसे जबरन कान पकड़कर उठक-बैठक करने को मजबूर किया जा रहा है। वह माफी मांगता हुआ दिख रहा है, लेकिन अराजक तत्व उसे बार-बार और अधिक उठक-बैठक करने के लिए कह रहे हैं। साथ ही, वहां मौजूद लोग इस पूरी घटना का वीडियो बना रहे हैं।
हिंदुओं के लिए बढ़ती चुनौतियां
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद हिंदुओं पर अत्याचार और हमलों में तेजी आई है। उनके मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, घरों और दुकानों को आग के हवाले किया जा रहा है। साथ ही, महिलाओं और बच्चियों पर भी अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं।
A Hindu boy is being harassed for going to the temple. Hindus can’t leave their homes. Police arrest those with red threads on their wrists and tilak on their foreheads. Islamists attack when they go to worship in temples. Bangladesh has turned into a hell for Hindus. Barbaric… pic.twitter.com/g4NZg1Pxla
— Voice Of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@hindu8789) November 28, 2024
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया है कि बांग्लादेश हिंदुओं के लिए नर्क बन गया है। कलाई पर लाल धागा बांधने और माथे पर तिलक लगाने वालों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है। मंदिरों में पूजा-अर्चना करने जाने वाले हिंदुओं पर इस्लामवादी हमले कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की चुप्पी
हिंदुओं के खिलाफ हो रहे इन अत्याचारों पर अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की चुप्पी भी सवाल खड़े कर रही है। इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई या हस्तक्षेप नहीं हुआ है।
आवश्यक हस्तक्षेप की जरूरत
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे इस प्रकार के अमानवीय व्यवहार पर रोक लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। धर्म के आधार पर हो रहे इन हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।