नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में गठबंधन के वरिष्ठ सांसदों ने चीन के इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वीचैट पर प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के अकाउंट को हाईजैक किए जाने के बाद सोमवार को चीन पर विदेशी हस्तक्षेप का आरोप लगाया। न्यूजकॉर्प ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले रिपोर्ट दी कि वीचैट अकाउंट का कथित तौर पर नाम बदल दिया गया और मॉरिसन को एक्सेसिबिलिटी समस्याओं का सामना करना पड़ा। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अकाउंट का नाम बदलकर ‘ऑस्ट्रेलिया-चईनीन न्यू लाइफ’ कर दिया गया और विवरण दिया गया कि ‘चीनी समुदाय के लिए ऑस्ट्रेलिया में रहने की जानकारी प्रदान करना है।’
लिबरल प्रतिनिधि ग्लेडिस लियू ने कहा, “यह रिकॉर्ड की बात है कि प्लेटफॉर्म ने प्रधानमंत्री की पहुंच को रोक दिया है, जबकि (विपक्षी नेता) एंथनी अल्बनीस का अकाउंट अभी सक्रिय है जिसमें सरकार की आलोचना करने वाले पोस्ट हैं।” चीन में टेनसेंट-रन द्वारा संचालित वीचैट को सेवाओं की पेशकश करते समय आवश्यक समझे जाने से ज्यादा यूजर्स डेटा इक्ठ्ठा करने के लिए बढ़ते विनियमन का सामना करना पड़ा है।
गठबंधन सांसद और संसदीय खुफिया और सुरक्षा समिति के अध्यक्ष, जेम्स पैटर्सन ने कहा कि उनका मानना है कि यह कदम चीनी सरकार द्वारा विदेशी हस्तक्षेप का काम है। उन्होंने स्काई न्यूज को बताया, ‘वीचैट का स्वामित्व टेनसेंट के पास है, जो चीन में सबसे ज्यादा नियंत्रित, सैद्धांतिक रूप से निजी कंपनियों में से एक है। ‘फेडरल लेबर के सांसद मार्क बटलर ने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री के अकाउंट पर रोक लगाने से काफी चिंतित है। वीचैट के आधिकारिक अकाउंट सार्वजनिक हस्तियों, मीडिया कंपनियों और व्यवसायों को मुख्य भूमि चीन में 1.2 अरब से ज्यादा सक्रिय यूजर्स से जुड़ने की अनुमति देते हैं।