ढाका। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जमकर अत्याचार हुआ। हिंदुओं की हत्या की गई। बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं से रेप की घटनाएं सामने आईं। मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर होने वाले हर अत्याचार पर आवाज उठाई और अंतरिम सरकार चला रहे शेख यूनुस से हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की। अब बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने एक और पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) पर हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमले करने का आरोप लगाया है। शेख हसीना और खालिदा जिया एक-दूसरे की घोर विरोधी रही हैं।
BNP-Linked Terror in Thakurgaon
Another horrifying attack on the Hindu minority — this time in Dholarhat Union, Ruhia Thana, Thakurgaon District.
On Saturday afternoon, @BNP leader Shahidul Islam and his armed goons launched a violent assault on the home of Bijoy Chandra Roy.… pic.twitter.com/SPusH9eZnc
— Bangladesh Awami League (@albd1971) July 10, 2025
अवामी लीग ने सोशल मीडिया के जरिए आरोप लगाया कि बीएनपी के नेता हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यकों पर हमले कर उनको बांग्लादेश छोड़ने के लिए धमका रहे हैं। शेख हसीना की पार्टी ने अपने आरोप के पक्ष में बीएनपी नेता शहीदुल इस्लाम का नाम भी लिया है। अवामी लीग ने कहा है कि शहीदुल इस्लाम ने गुंडों को लेकर ठाकुरगांव जिले के रुहिया थाना इलाके में रहने वाले बिजय चंद्र रॉय के घर हमला किया। बिजय चंद्र रॉय बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। शेख हसीना की पार्टी का आरोप है कि बीएनपी नेता शहीदुल इस्लाम और साथ गए गुंडों ने धोलारहाट यूनियन स्थित बिजय चंद्र रॉय के घर तोड़फोड़ और आगजनी की। साथ ही माता मनसा के मंदिर को भी तबाह किया। अवामी लीग का दावा है कि बीएनपी नेता ने हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को बांग्लादेश छोड़ने के लिए धमकी भी दी।
अवामी लीग ने इसके साथ ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को भी घेरा। शेख हसीना की पार्टी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के घरों पर हमला, लूट और आगजनी की जा रही है। अवामी लीग ने इसकी तुलना नरसंहार से करते हुए कहा कि मोहम्मद यूनुस की फासीवादी सरकार के दौर में उत्पीड़न हो रहा है। शेख हसीना की पार्टी ने आरोप लगाया कि खुद अंतरिम सरकार हिंदुओं पर हमले करा रही है। अवामी लीग के आरोपों में दम भी है। जून में ही ढाका में एक मंदिर को ढहाया गया। वहीं, कुमिल्ला में हिंदू महिला से गैंगरेप करने की खबर आई थी। मोहम्मद यूनुस की सरकार अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं से लगातार इनकार करती रही है। यूनुस के मुताबिक ये घटनाएं सियासी वजह से हुईं और बांग्लादेश को बदनाम करने के लिए इनको बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है।