नई दिल्ली। बांग्लादेश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नुरुल हुदा को ढाका स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने शिकायत दर्ज कराई है कि नुरुल हुदा ने चुनाव आयुक्त के पद पर रहते हुए इलेक्शन में हेरफेर किए थे। इसी मामले में नुरुल हुदा के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 77 वर्षीय नुरुल हुदा की गिरफ्तारी से पहले ढाका स्थित घर पर भीड़ ने हमला कर दिया और उनको बेइज्जत करते हुए पीटा गया, उनके ऊपर अंडे फेंके गए यहां तक कि उनके मुंह पर जूते मारे गए और गले में जूतों की माला भी पहनाई गई। इसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची और उनको गिरफ्तार कर ले गई।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का आरोप है कि बिना जनादेश के ही नुरुल हुदा ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग चुनाव में जितवाया। उधर, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने इस मामले में बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि वो कानून को हाथ में न लें, साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी हिंसा में लिप्त पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि बांग्लादेश में पिछले साल अप्रैल में तख्तापलट के बाद शेख हसीना जान बचाकर भारत आ गई थीं और तब से यहीं शरण लिए हुए हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना समेत उनकी पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों और शेख हसीना के कार्यकाल में पदस्थ रहे बहुत से अधिकारियों पर मुकदमें दर्ज कराए हैं और कईयों को गिरफ्तार भी किया गया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग लगातार भारत से कर रही है लेकिन भारत के द्वारा उसकी अपील ठुकरा दी गई है। हाल ही में बांग्लादेश की बांग्लादेश की इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 24 जून को अदालत में पेश होने का आदेश जारी किया है।