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गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होंगे ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन, पीएम मोदी से फोन पर की बात

Boris Johnson: भारत(India) ना आ पाने को लेकर यूनाइटेड किंगडम(UK) सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) से बात की।

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत आने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है। बता दें कि बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर आमंत्रित किया गया था। फिलहाल अब ब्रिटेन के पीएम गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत नहीं आएंगे। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से वहां के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नए स्ट्रेन के मामले ब्रिटेन में तेजी के साथ बढ़ रहे हैं, जिसको देखते हुए अब ब्रिटेन में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। वहीं बोरिस जॉनसन के भारत ना आने के पीछे कहा जा रहा है कि यूके ने बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि संक्रमण जितनी तेजी से फैल रहा है वह ‘बहुत दुखी करने वाला और चिंताजनक’ है और फिलहाल देश के अस्पतालों पर महामारी का सबसे ज्यादा दबाव है।

भारत ना आ पाने को लेकर यूनाइटेड किंगडम सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की, ताकि वे खेद व्यक्त कर सकें कि वे इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करने में असमर्थ होंगे। कोरोना नए स्ट्रेन से ब्रिटेन में बने चिंताजनक हालात के बीच उन्होंने ब्रिटेन में ही रहना ठीक समझा है। बता दें कि उन्होंने जल्द ही भारत आने की उम्मीद जताई है।

वहीं कोरोना को लेकर सोमवार की रात टीवी पर देश के नाम जॉनसन ने संबोधन दिया। इसमें उन्होंने कहा, ‘हमारे वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि नया स्ट्रेन (प्रकार) 50 से 70 प्रतिशत तक ज्यादा संक्रामक है… इसका अर्थ है कि आपके इससे संक्रमित होने और दूसरों को संक्रमित करने की आशंका बहुत-बहुत ज्यादा है।’

ब्रिटेन में लागू सख्त लॉकडाउन को लेकर जॉनसन ने खेद जताते हुए कहा कि, मुझे दुख है कि आपको फिर से घरों में रहना होगा। हालांकि अगर आप बिल्कुल घर से काम नहीं कर पा रहे हों तो दफ्तर जाने के लिए, इलाज या जांच के लिए या फिर घरेलू हिंसा से बचने के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं।

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