News Room Post

Boris Johnson Resigns: ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन का उद्धव ठाकरे की तरह हुआ हाल, मंत्रियों की बगावत के बाद दिया इस्तीफ़ा

boris jhonson

नई दिल्ली। तमाम आरोप और स्कैंडल का सामना कर रहे बोरिस जॉनसन ने आज प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उनकी सरकार में मंगलवार के बाद से लगभग 50 से अधिक इस्तीफे दिए जा चुके हैं। महज़ 48 घंटो में भी 45 मंत्री अपना पद छोड़ चुके हैं जिनमें वित्तमंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद भी शामिल हैं। हाल ही में सांसद क्रिस पिंचर के खिलाफ कई आरोप लगे थे जिसके बाद से पूरा मामला गरमाया है और हालात यहां तक आ पहुंचे हैं कि अब प्रधानमंत्री को खुद इस्तीफ़ा देना पड़ा है। इसके अलावा मंत्रियों को भी जॉनसन के नेतृत्व पर भरोसा नही है। आपको बता दें नए प्रधानमंत्री की दौड़ में पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और फॉरेन कॉमन वेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी लिज ट्रस आगे माने जा रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने इसी साल फरवरी में क्रिस पिंचर को कंज़र्वेटिव पार्टी का डिप्टी व्हिप नियुक्त किया था जबकि पार्टी के ज्यादातर लोग क्रिस पिंचर के विरोध में थे। जिसके बाद से कुछ सही नहीं चल रहा था और हाल ही में 5 जुलाई को ऋषि सुनक और साजिद ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। साजिद और सुनक दोनों ही बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में मंत्री पद पर कार्यरत थे। इन दोनों के इस्तीफे के आने के बाद ही 40 से ज्यादा मंत्री और कई कैबिनेट मंत्री ने इस्तीफ़ा देना शुरू कर दिया। इतने सारे इस्तीफे के बाद बोरिस जॉनसन पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ता चला गया और उनको इस्तीफ़ा देना पड़ा।

क्यों है क्रिस पिचर के विरोध में कैबिनेट के मंत्री

असल में क्रिस पर यह आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2018 में गे बार में दो लड़कों को गलत तरीके से छुआ था और इस बात की जानकारी जॉनसन को साल 2019 में ही मिल गयी थी लेकिन इन सबके बावजूद जॉनसन ने क्रिस को 2022 में डिप्टी व्हिप के पद पर नियुक्त किया इस बात से कैबिनेट के ज्यादातर सदस्य गुस्से में थे। इसके अलावा मंत्रियों ने ये भी कहा है कि उन्हें अब बोरिस जॉनसन के नेतृत्व पर भरोसा नही रह गया है क्योंकि इनकी सरकार में घोटाले भी अधिक हैं।

फिलहाल बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है पर जब तक नये प्रधानमंत्री की नियुक्ति नही हो जाती है तब तक उन्होंने प्रधानमंत्री पद पर बने रहने की इच्छा जताई है। इस हिसाब से वो अक्टूबर 2022 तक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद पर बने रह सकते हैं। जॉनसन को अपना पद छोड़ने के लिए विवश तब होना पड़ा जब 58 साल के जॉनसन को उनकी ही पार्टी के लोगों ने अकेला छोड़ दिया, तब ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पास पद छोड़ने के अलावा दूसरा रास्ता नही था और आज उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया है।

 

Exit mobile version