ओटावा। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने बिना किसी सबूत के भारत पर आरोप लगाया था कि उसकी एजेंसियों ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराई। वहीं, रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने भारतीय उच्चायुक्त और 5 अन्य राजनयिकों को भी निज्जर की हत्या में पर्सन ऑफ इंट्रेस्ट बताते हुए उनसे पूछताछ करनी चाही थी। अब ये मामला दूसरा मोड़ लेता दिख रहा है। सूत्रों के हवाले से न्यूज18 ने खबर दी है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने की भी कनाडा पुलिस जांच कर रही है।
सूत्रों के हवाले से चैनल ने बताया है कि कनाडा पुलिस के रडार पर आईएसआई का तारिक कियानी और राहत राव हैं। तारिक कियानी और राहत राव आईएसआई के प्रमुख एजेंट हैं और भारत से कनाडा गए आतंकियों को हैंडल करने का काम भी करते हैं। सूत्रों के हवाले से खबर में बताया गया है कि आईएसआई ने निज्जर की हत्या कराई, ताकि वो खुद ड्रग्स का सीधे कारोबार कर सके। बताया जा रहा है कि ड्रग्स के कारोबार का काम गुरपतवंत सिंह पन्नू, तारिक कियानी और राहत राव के जिम्मे दिया गया था। वहीं, हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान के नेताओं से सीधे संपर्क साध लिया था। इससे आईएसआई को दिक्कत हो रही थी। साथ ही निज्जर लगातार कनाडा में लोकप्रिय भी हो रहा था।
खास बात ये है कि तारिक कियानी ने हाल ही में दिवाली के दौरान ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर के बाहर मारपीट की घटना के लिए हिंदुओं को ही जिम्मेदार बताया था। कियानी ने कहा था कि सिख तो शांति से प्रदर्शन कर रहे थे और हिंदुओं ने हालात बिगाड़ा। उसने एक वीडियो में दावा किया है कि मंदिर के बाहर मारपीट की घटना में हिंदुओं का ही हाथ है। कियानी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के खिलाफ भी बयानबाजी की।