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India Against Terror Attack On Israel: ‘इजरायल पर आतंकी हमले को सही नहीं ठहरा सकते, दो राष्ट्र से ही समस्या का समाधान’, गाजा में युद्धविराम प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र में भारत की दो टूक

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न्यूयॉर्क। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा है कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच दशकों से जारी विवाद का एकमात्र हल दो अलग-अलग राष्ट्र है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप प्रतिनिधि योजना पटेल ने इजरायल पर हमास की तरफ से हुए आतंकी हमले पर गंभीर चिंता भी जताई और कहा कि किसी भी सूरत में आतंकवाद को सही नहीं ठहराया जा सकता। भारतीय उप प्रतिनिधि योजना पटेल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन की तरफ से लाए गए प्रस्ताव पर कहा कि हमास ने जिन आम लोगों को बंधक बनाया है, उनको तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। साथ ही भारत ने दुनिया के सभी देशों से कहा कि गाजा में मानवीय मदद न पहुंचने से चिंता बढ़ी है और इजरायल व फिलिस्तीन के बीच संघर्ष को रोकने के लिए हर संभव कोशिश करनी जरूरी है। भारत ऐसी किसी भी कोशिश का साथ देने के लिए हमेशा तैयार है।

भारतीय प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन के प्रस्ताव पर वोट नहीं दिया। इस प्रस्ताव को 140 देशों ने समर्थन दिया। जबकि, 14 देशों ने जॉर्डन की तरफ से लाए गए प्रस्ताव का विरोध किया। इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से पास हुए युद्धविराम संबंधी जॉर्डन के प्रस्ताव को अवैध बताते हुए उसे मानने से साफ इनकार कर दिया है। भारतीय उप प्रतिनिधि योजना पटेल ने चर्चा के दौरान कहा कि दुनिया में हर विवाद का बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। ऐसे में हो रही हिंसा की घटनाओं पर इस मंच में शामिल देशों को गहरी चिंता होनी जरूरी है। भारतीय प्रतिनिधि ने साफ कहा कि इतने बड़े पैमाने पर हिंसा कर राजनीतिक लक्ष्य हासिल नहीं किए जा सकते। भारतीय प्रतिनिधि योजना पटेल ने साफ कहा कि आतंकवाद सीमाओं, राष्ट्रीयता और सभ्यताओं से परे है। उन्होंने आतंकवाद के प्रति हर तरह से सख्त कार्रवाई करने का सभी देशों से आग्रह किया।

इस बीच, जॉर्डन और फिलिस्तीन के मीडिया ने दावा किया है कि इजरायल ने टैंकों के साथ गाजा पर जमीनी हमला बोला है। दावा किया जा रहा है कि हमास के आतंकी भी जगह-जगह इजरायल के सैनिकों से मोर्चा ले रहे हैं। इजरायल ने साफ कह दिया है कि वो हमास का पूरी तरह खात्मा होने तक उसके खिलाफ जारी जंग को किसी सूरत में नहीं रोकेगा। इजरायल ने कहा है कि गाजा की हालत अब पहले जैसी नहीं रह जाएगी। उधर, इजरायल पर गाजा में प्रतिबंधित फॉस्फोरस बम गिराने का भी गंभीर आरोप लग रहा है।

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