नई दिल्ली। हमास और इजराइल के बीच चल रहे लंबे युद्ध पर अब विराम लग गया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को एक्स पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गाजा में सीजफायर लागू हो गया है। हालांकि, यह प्रक्रिया तीन घंटे की देरी से शुरू हुई, क्योंकि हमास ने बंधकों की सूची सौंपने में देर कर दी थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि इजराइल को बंधकों की सूची मिल चुकी है और फिलहाल उसकी सुरक्षा जांच जारी है। समझौते के तहत युद्धविराम को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाना है।
एपी की रिपोर्ट के हवाले से खबर
हमास ने बंधकों की रिपोर्ट देरी से सौंपी
इज़रायल को देरी से बंधकों की रिपोर्ट सौंपी
गाजा युद्धविराम लगभग 3 घंटे की देरी से शुरू हुआ
हमास ने बंधकों को रविवार को रिहा करने की घोषणा कीWatch : https://t.co/a73ow232qu #Hamas #Israel #Bharat24Digital… pic.twitter.com/LPTJUgpibC
— Bharat 24 – Vision Of New India (@Bharat24Liv) January 19, 2025
7 अक्टूबर को बनाया था बंधक
इस युद्धविराम के पहले चरण की शुरुआत रविवार सुबह 8:30 बजे होनी थी। पहले दिन तीन महिला बंधकों की रिहाई होनी है। इनमें से एक बंधक, रोमी गोनेन, की रिहाई का इंतजार परिवार कर रहा है। इंडिया टुडे की खबर के अनुसार, रोमी के भाई ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए बताया कि “आज मेरी बहन रिहा हो रही है।” रोमी को 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने नोवा फेस्टिवल के दौरान बंदी बनाया था। सीजफायर से पहले इजराइली सेना ने हमास के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए, जिसमें कई ठिकानों को तबाह कर दिया गया। इस बीच, इजराइल में सुरक्षा हालातों पर करीबी नजर रखी जा रही है।
במבצע מיוחד של שב״כ וצה״ל, לפני מועד כניסת הפסקת האש, השבנו לישראל את גופתו של לוחם גולני אורון שאול ז״ל.
אני מחבק את משפחת שאול יקיריי, ומברך את כוחות שב״כ וצה״ל על תושייתם ואומץ ליבם.
תמונתם של אורון שאול ושל הדר גולדין זכרם לברכה, שנפלו במבצע ״צוק איתן״ בשנת 2014, מוצבת מול… pic.twitter.com/8eWQcFrvTU
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) January 19, 2025
राजनीतिक संकट के बादल
सीजफायर की घोषणा के तुरंत बाद इजराइल की सत्ताधारी गठबंधन में शामिल फार राइट पार्टी के सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। पार्टी का कहना है कि “सरकार ने हमास के सामने झुककर बड़ी गलती की है।” पार्टी के बयान में कहा गया, “हमास को खत्म करना सरकार का मुख्य लक्ष्य था, जो पूरा नहीं हो सका। ऐसे में हम अब इस सरकार का हिस्सा नहीं रह सकते।”
अंतरराष्ट्रीय प्रयासों से संभव हुआ युद्धविराम
पिछले एक साल से अधिक समय से चल रही इस जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका और यूरोपीय देशों ने लगातार कोशिशें कीं, लेकिन अब जाकर यह मुमकिन हो सका। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्वयं इस युद्धविराम की घोषणा की और इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की।
33 बंधक अभी भी हमास की कैद में
सीजफायर समझौते के तहत गाजा में बंदी बनाए गए इजराइल के 33 बंधकों की रिहाई होनी है। इनमें से तीन बंधकों की रिहाई पहले चरण में होनी तय है। इजराइली प्रशासन ने हमास द्वारा दी गई सूची को सावधानीपूर्वक जांचने की बात कही है। सीजफायर के बाद इजराइल और हमास के बीच क्या भविष्य का समीकरण बनेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हाल के हमलों में दोनों पक्षों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। हालांकि, यह युद्धविराम लाखों प्रभावित लोगों के लिए राहत लेकर आया है।